ड्रोन तकनीक से सहकारिता क्षेत्र में नई क्रांति, लखनऊ में महिला ड्रोन पायलट प्रशिक्षण का शुभारंभ



लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जे.पी.एस. राठौर ने आई.सी.सी.एम.आर.टी. में महिला ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के तहत शाहजहांपुर, गाजियाबाद, अमरोहा, और जौनपुर जिलों से 60 ग्रामीण महिलाओं को 15 दिवसीय निःशुल्क ड्रोन पायलट प्रशिक्षण दिया जाएगा।

श्री राठौर ने कहा कि ड्रोन तकनीक न केवल कृषि क्षेत्र में, बल्कि सहकारिता क्षेत्र में भी क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के तहत ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और कृषि में इसके प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्ध है। सहकारिता मंत्री ने कहा कि ड्रोन का उपयोग सहकारी समितियों के भूमि सर्वेक्षण, फसल निगरानी, उर्वरक वितरण और आपदा प्रबंधन जैसे कार्यों में किया जा सकता है। इससे कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी, साथ ही समय और संसाधनों की बचत होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को रोजगार और आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्हें तकनीकी शिक्षा प्रदान करना है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को सहकारिता और कृषि क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे। कार्यक्रम में राज्य सरकार द्वारा स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 50 एमबीए छात्रों को टेबलेट भी वितरित किए गए। इसके साथ ही, आईसीसीएमआरटी के कक्षाओं, लैब और छात्रावास के जीर्णोद्धार के लिए योजनाओं का शिलान्यास भी किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख सचिव सहकारिता  सौरभ बाबू ने संस्थान से गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण देने की अपील की, ताकि कृषि क्षेत्र में इसका अधिकतम लाभ मिल सके। इस अवसर पर आयुक्त और निबंधक सहकारिता अनिल कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।