- संचारी रोगों से बचाव ही सबसे बेहतर उपाय - सांसद
- संचारी रोगों की रोकथाम व नियंत्रण के लिए ली शपथ
- हरी झण्डी दिखाकर फॉगिंग मशीनों को किया रवाना
- 31 अक्टूबर तक 10 विभागों के आपसी समन्वय से सफल होगा अभियान
कानपुर - संचारी रोगों के प्रति रोकथाम व बचाव ही इसका सबसे बेहतर इलाज है। इसके लिए साफ सफाई का ध्यान रखा जाए। आसपास गंदगी न होने दी जाए। शुद्ध पानी व ताजा एवं स्वच्छ भोजन का सेवन हो। मच्छर जनित रोगों- जैसे डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए पानी का भराव न होने दिया जाए। यह कहना है सांसद सत्यदेव पचौरी का। वह मंगलवार को मां कांशीराम जिला संयुक्त चिकित्सालय एवं ट्रॉमा सेंटर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) एवं स्वास्थ्य समेत सभी 10 विभागों के मुख्य अधिकारियों चिकित्सकों के संग संचारी रोगों के नियंत्रण व रोकथाम के लिए शपथ ली। इसके साथ ही 19 बड़ी और 72 छोटी फॉगिंग मशीनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।
संयुक्त निदेशक डॉ जीके माहेश्वरी ने बताया कि यह अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा। इसी बीच 16 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। अभियान के सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, पंचायती राज विभाग समेत 10 विभागों की टीम तैनात की गईं हैं, जो घर-घर जाकर बीमारियों की रोकथाम और समुदाय को जागरूक करेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ आलोक रंजन ने कहा कि जन समुदाय का भी दायित्व है कि अभियान में सहयोग करे, सतर्क और जागरूक रहे। उन्होंने कहा कि डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है तथा इससे बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। मच्छर रोधी क्रीम का इस्तेमाल करें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ आरवी सिंह ने कहा कि जनपद प्रशासन व विभिन्न विभागों के साथ ही जन प्रतिनिधि भी इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करेंगे। इन बीमारियों की रोकथाम के लिए एंटी लार्वा छिड़काव, फॉगिंग, स्वच्छता, साफ-सफाई आदि का कार्य किया जाएगा। जांच व उपचार के साथ आवश्यक दवा भी प्रदान की जाएगी। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, नोडल विभाग रहेगा।
संचारी रोगों के नोडल व एसीएमओ डॉ आरपी मिश्रा ने कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का बेहद महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। स्वास्थ्य विभाग के आपसी समन्वय से नगर पालिका व नगर पंचायत की टीम शहरी क्षेत्र तथा पंचायती राज विभाग की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में बीमारियों की रोकथाम व नियंत्रण कार्य के साथ ही समुदाय को जागरूक करेंगी। जिला मलेरिया अधिकारी एके सिंह ने कहा कि अभियान में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसमें जन प्रतिनिधियों, प्रभावशाली व्यक्तियों, विभिन्न संस्थाओं के साथ ही जनमानस का भी सहयोग लिया जाएगा।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डिप्टी सीएमओ, एसीएमओ, नगर पालिका/नगर पंचायत, पंचायती राज, आईसीडीएस, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग समेत सभी विभागों के प्रमुख अधिकारी व सहकर्मी, सहायक मलेरिया अधिकारी, मलेरिया निरीक्षक, सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, सीफ़ार, एफएचआई के प्रतिनिधि एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।