डफ़रिन और उर्सला में मरीजों को मिल रही ऑनलाइन जांच रिपोर्ट



  • जाँच के बाद रिपोर्ट्स के लिए नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर, मोबाइल पर ही मिल रही सुविधा

कानपुर - जिला महिला अस्पताल, डफ़रिन और जिला पुरुष अस्पताल, उर्सला में मरीजों का डाटा ऑनलाइन करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरु कराई गई है। ऑनलाइन पंजीकरण के दौरान मरीजों की आभा आईडी तैयार कराई जा रही है। ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने से जांच के बाद रिपोर्ट का लिंक मरीज के मोबाइल पर पहुंच जाएगा। ऑनलाइन रिपोर्ट देखने बाद चिकित्सक ऑनलाइन रिपोर्ट के आधार पर मरीजों का इलाज करेंगे। इसके अलावा मरीज के मोबाइल पर रिपोर्ट मिलने पर वह कहीं पर भी अपना इलाज करा सकेंगे।

जिला महिला अस्पताल की प्रमुख अधीक्षिका डॉ सीमा श्रीवास्तव ने बताया की पिछले दो हफ्ते से यह सुविधा जिला अस्पताल में शुरू की गयी है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन रिपोर्ट के लिए व्यवस्था पहले से बनी थी, लेकिन कुछ तकनीकी खामियों की वजह से सेवा संचालित नहीं हो पा रही थी, जिसे दूर करते हुए ऑनलाइन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए पंजीकरण कराते समय ही मरीजों को अपना मोबाइल नंबर दर्ज कराना अनिवार्य होगा। जिस पर बार कोड के साथ लिंक भेजा जाएगा। लिंक पर जाकर रिपोर्ट देखी जा सकती है।

डफ़रिन की चिकित्सालय प्रबंधक डॉ दरक्शा परवीन ने बताया की डफरिन धीरे-धीरे डिजिटल की तरफ बढ़ रहा है और यहां कई सारे बदलाव हो रहे हैं। यहां पहले दवा के पर्चों के लिए मरीजों को घंटो लाइन में लगना पड़ता था। लेकिन ऑनलाइन के माध्यम से आसानी से पर्चे बन रहे हैं। इसी क्रम में पैथोलॉजी विभाग में एचआईएमएस सिस्टम के जरिए अब खून की जांच की रिपोर्ट मरीजों के फोन पर आसानी से उपलब्ध होगी।

उर्सला के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ बीसी पाल ने बताया की उर्सला अस्पताल में लैब जांच की रिपोर्ट एसएमएस के जरिए मोबाइल पर उपलब्ध कराने की सुविधा से बहुत से मरीजों और उनके परिवारवालों को मदद मिलेगी। उनका समय बचेगा और दोबारा सिर्फ रिपोर्ट लेने के लिए अस्पताल में आकर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा I

उर्सला के चिकित्सालय प्रबंधक डॉ फैसल नफीस ने बताया की शासन के निर्देश पर यह व्यवस्था पिछले एक माह से शुरू कर दी गई है। मोबाइल पर जांच रिपोर्ट के लिए अस्पताल में खून का नमूना लेने के दौरान मरीज के पर्ची पर उसका मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। रिपोर्ट आते ही मरीज और तीमारदार के मोबाइल पर रिपोर्ट भेज दिया जाएगा। अस्पताल प्रशासन के अनुसार अभी मौसम में बदलाव के बाद से अब ओपीडी में रोजाना 1500 से अधिक मरीज आ रहे हैं। रक्त की जांच के लिए लैब में लगभग हर रोज करीब 50 प्रतिशत मरीजों के खून की जांच होती है। रक्त की जांच में मरीजों का सबसे अधिक सीबीसी, शुगर, एलएफटी, आदि की जांच होती है। अभी तक अस्पताल की ओपीडी सुबह आठ बजे शुरू होने के बाद ओपीडी में चिकित्सक से परामर्श के बाद रक्त का नमूना दिया जाता था। लंबी कतार होने के कारण अधिकतर मरीजों को दोपहर एक बजे के बाद ही रिपोर्ट मिलती थी। वहीं दो बजे के बाद ओपीडी बंद होने से मरीज रिपोर्ट चिकित्सक को नहीं दिखा पाते थे। कई बार तो ऐसी स्थिति हो जाती थी कि रिपोर्ट देर से मिलने के कारण मरीज को दूसरे दिन अस्पताल आना पड़ता था। मरीजों को होने वाली परेशानी को देखते हुए अब नई व्यवस्था की गई है। अब पैथोलॉजी से मरीज के मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से जांच रिपोर्ट का लिंक भेजा जाएगा। उस रिपोर्ट को डाउनलोड कर मरीज को भेजा जाएगा जिससे वह आसानी से रिपोर्ट लेकर चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार शुरू कर देगा।

कैसे मिलेगी ऑनलाइन रिपोर्ट : जब भी आप सरकारी अस्पताल इलाज के लिए जाते हैं और डाक्टर कोई जांच लिखते हैं तो खून का नमूना देने के लिए सरकारी लैब जाते हैं। यहां जैसे ही आप नमूना देंगे, आपका नाम व मोबाइल नंबर पंजीकृत कर लिया जाएगा। जांच रिपोर्ट तैयार होने पर आपको रिपोर्ट तैयार होने का मैसेज और फिर रिपोर्ट का लिंक भेजा जाता है जिसे आप अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सकते हैं।