इमरजेंसी में बीएलएस की ट्रेनिंग जान बचाने में निभाती है महत्वपूर्ण भूमिका



खुशी फॉउण्डेशन के सहयोग से मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ ने आयोजित की बीएलएस ट्रेनिंग

लखनऊ।  मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ ने खुशी फॉउण्डेशन के सहयोग से बीएलएस ट्रेनिंग शिविर का आयोजन राज्य स्वास्थ एवं  परिवार  कल्याण संस्थान, इंद्रानगर लखनऊ में किया गया । इस शिविर का मुख्य उद्देश्य वहां के पैरा मेडिकल स्टाफ को बीएलएस (बेसिक लाइफ सपोर्ट) प्रशिक्षण प्रदान करना था।

इस महत्वपूर्ण शिविर के आयोजन पर बात करते हुए मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने कहा,  "बीएलएस एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक कौशल है जो हर किसी को सीखना चाहिए। आपातकालीन स्थितियों में जीवन बचाने के लिए यह एक आवश्यक कौशल हैं। घटना-दुर्घटना के बाद शुरुआती कुछ मिनट सबसे महत्वपूर्ण होते हैं और इस समय सीपीआर और बीएलएस का प्रशिक्षण जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग लोगों को गोल्डन आवर्स में मरीज को अस्पताल पहुंचाने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। इस तरह के शिविर लोगों को जीवन रक्षक के तौर पर तैयार करने, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मेदांता हॉस्पिटल लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम आने वाले दिनों में भी इस तरह के शिविरों का आयोजन करते रहेंगे जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगो को प्रशिक्षित किया जा सके जो आपातकालीन समय पे अनमोल जीवन बचाने  में अपना अहम् योगदान करे।  

इस दौरान डॉ मैत्री मिश्रा ने कहा,  "इस तरह के ट्रेनिंग बहुत महत्वपूर्ण होता है जो हर किसी को सीखना चाहिए। जिससे आप आपातकालीन स्थितियों में किसी का  जीवन बचा सकते है। घटना-दुर्घटना के बाद शुरुआती कुछ मिनट सबसे महत्वपूर्ण होते हैं । डॉ. अवधेश द्विवेदी मास्टर ट्रेनर  ने अत्यंत सरल भाषा में सी पी आर व बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में सबको ट्रेनिग दी।

इस शिविर में लोगों को बीएलएस प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) प्रक्रिया करने का सही तरीका सिखाया गया। इस दौरान डॉ.सुनील यादव ने ट्रेनिग देने के लिए डॉ.अवधेश द्विवेदी, खुशी फॉउण्डेशन व मेदान्ता की टीम का धन्यवाद दिया ।