शहरी समन्वय समिति की बैठक में निजी चिकित्सकों के परिवार नियोजन रिपोर्टिंग पर चर्चा



  • टीसीआई-पीएसआई-इंडिया के सहयोग से बैठक आयोजित
  • बैठक में स्वास्थ्य विभाग के साथ कई अन्य विभागों के प्रतिनिधि रहे मौजूद

शाहजहांपुर । शहरी समन्वय समिति की त्रैमासिक बैठक वृहस्पतिवार को अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नगरीय क्षेत्र के नोडल अधिकारी डॉ. पी. पी. श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सिटी हेल्थ एक्शन प्लान की समीक्षा की गयी। द चैलेंज इनिशिएटिव-इंडिया (टीसीआई-इंडिया) व पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल-इंडिया (पीएसआई-इंडिया) के सहयोग से आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही औषधि विभाग से ड्रग इंस्पेक्टर शालिनी, नगर निगम, डूडा, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम), जलकल विभाग के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और सहयोगी संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), यूपी टीएसयू, यूनिसेफ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।     

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में परिवार नियोजन सेवाओं को भलीभाँति समुदाय तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए और शहरी स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस/छाया दिवस को सभी वार्ड में नियमित रूप से आयोजित किया जाए। इसके अलावा जहाँ पर आंगनबाड़ी या आशा कार्यकर्ता नहीं हैं वहां पर अतिरिक्त सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए। इसके लिए शिक्षा विभाग और डूडा की मदद से स्थान चिन्हित किये जाएँ। निजी चिकित्सकों और अस्पतालों द्वारा हेल्थ मैनेजमेंट इन्फार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर रिपोर्टिंग और व्हाट्सएम ग्रुप बनाने के बारे में चर्चा हुई। फार्मासिस्ट द्वारा प्राइवेट अस्पतालों का डाटा संग्रह करने का निर्णय लिया गया। निजी अस्पतालों को प्रसव व परिवार नियोजन सेवाओं को अपनाने वालों और मौसमी बीमारियों के मरीजों का विवरण देने को कहा गया। परिवार नियोजन रजिस्टर को अपडेट करने का भी निर्देश दिया गया। आईएमए प्रतिनिधि ने भी कहा कि निर्धारित फार्मेट पर ही सारे विवरण दिए जाएँ।  

 टीसीआई/पीएसआई-इंडिया के अमित वाजपेयी ने पिछली बैठक में शामिल किये गए मुद्दों पर चर्चा की। शुभ्रा ने ड्रग इंस्पेक्टर से स्टॉकिस्ट आंकड़ा साझा करने के बारे में कहा और केमिस्ट मोटिवेशनल के बारे में एसोसिएशन को लिखने का अनुरोध किया, ताकि आपातकालीन गर्भनिरोधक के बेहतर विकल्प के लिए लाभार्थियों को नजदीकी सरकारी अस्पताल और प्राइवेट डॉक्टर के पास रेफर किया जा सके। बैठक में एचएमआईएस प्रशिक्षण की योजना के बारे में भी चर्चा हुई। प्रसव पूर्व जांच और काउंसिलिंग से लेकर प्रसव के बाद डिस्चार्ज के बीच कोशिश हो कि अधिक से अधिक महिला या उनके पति कोई न कोई परिवार नियोजन के साधन अपनाकर ही अस्पताल से जाएँ। नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर परिवार नियोजन साधनों की तीन महीने की आपूर्ति की व्यवस्था बनायी रखी जाए। जनपद के विनोबा सेवा संस्थान में पोस्ट पार्टम सेवा शुरू होने के बारे में भी जानकारी दी गयी। जिला आपूर्ति कार्यालय से भी कहा गया कि पात्र लाभार्थियों को राशन कार्ड अवश्य दिए जाएँ ताकि टीकाकरण को बढ़ाया जा सके। फार्मासिस्ट भी एएनएम को प्रोत्साहित करें कि टीकाकरण सत्रों के दौरान वह परिवार नियोजन के बारे में भी काउंसिलिंग करें और परिवार नियोजन के साधन मुहैया कराएँ। बैठक में शिक्षा के अधिकार और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में भी बताया गया। 10 से 19 साल की बालिकाओं को आयरन की गोली उपलब्ध कराने पर भी चर्चा हुई और कहा गया कि स्कूल बंद होने पर आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आयरन की गोली खिलाई जाए। इसमें सहयोगी संस्थाओं की भी मदद ली जा सकती है। अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजना सुनिश्चित किया जाए।