कुपोषित बच्चों को पोषित करने के लिए सभी प्रयास सराहनीय - कैबिनेट मंत्री



  • केक काटकर मनाया गया राष्ट्रीय पोषण माह का जन्मदिवस
  • पोषण माह के अन्तर्गत आंगनबाडी कार्यकर्त्रियों की गोष्ठी आयोजित
  • बच्चों से सुनीं कविताएं, गर्भवती और धात्री माताओं को बताया सही पोषण आहार लेने का महत्व

कानपुर नगर । उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य बुधवार को कानपुर नगर पहुंचीं। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर उन्होंने हर्षनगर स्थित बीएनएसडी शिक्षा निकेतन विद्यालय में आयोजित आंगनबाडी कार्यकर्त्रियों की गोष्ठी को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के आयोजन के लिए सभी बधाई के पात्र हैं। कुपोषित बच्चों को पोषित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही जिला कुपोषण मुक्त हो जाएगा। लगन से काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बधाई की पात्र हैं।

कार्यक्रम में श्रीमती प्रतिभा शुक्ला, राज्य मंत्री जी बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग उ0प्र0, सांसद कानपुर, रमेश अवस्थी, श्रीमती नीलिमा कटियार, विधायक कल्याणपुर, श्रीमती सरोज कुरील, विधायक घाटमपुर, भाजपा के जिला अध्यक्ष दीपू , श्रीमती दीक्षा जैन मुख्य विकास अधिकारी,  दुर्गेश प्रताप सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, इत्यादि अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ विकासखण्ड के सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों कर्मचारियों व 700 की संख्या में आंगनबाडी कार्यकर्त्रियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।

कार्यक्रम में सभी जनप्रतिनिधियों के द्वारा दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया एवं मिल्क केक काट कर पोषण माह का सातवा जन्मदिन मनाया गया साथ ही कार्यक्रम स्थल पर आयोजित रेसीपी प्रतियोगिता का अवलोकन करते हुये तैयार की गयी रैसिपी का स्वाद चखा एवं सभी 60 प्रतिभागियों की तारीफ की गयी। तदुपरान्त विभागीय स्टाल का अवलोकन किया गया। विभागीय स्टाल में बाल विकास परियोजना विधनू द्वारा स्मार्ट आंगनबाडी केन्द्र का स्वरूप तैयार किया गया था। मंत्री जी ने आंगनबाडी केन्द्र पर उपस्थित बच्चों से वार्ता की गयी, साथ ही सेल्फी प्वाइन्ट पर सेल्फी भी ली गयी। सभी को अवगत कराया गया कि इसी माडल की तरह सभी आंगनबाडी केन्द्र का साफ-स्वच्छ रखते हुये आंगनबाडी केन्द्र का संचालन कराना सुनिश्चित किया जाये।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने गर्भवती और धात्री माताओं को संबोधित करके उन्हें पोषण आहार लेने के प्रति जागरुक किया। उन्होंने कहा कि सही पोषण ही बेहतर स्वास्थ्य का सूत्र है। उन्होंने कहा कि बच्चों को सही पोषण मिले इसके लिए धात्री माताओं और गर्भवती को सबसे अधिक ध्यान रखना होगा। कुपोषण से मुक्त  होने के लिए सही पौष्टिक आहार लेना जरूरी है। संबोधन के दौरान कैबिनेट मंत्री ने धात्री माता श्यामा से बातचीत करते हुए पूछा कि आप अपने बच्चे को मां के दूध के अतिरिक्त क्या-क्या खिलाती हैं, इसके जवाब में श्यामा ने बताया कि वह क्षेत्रीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अन्नो के द्वारा हमें बताया गया था कि छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराना है, छह माह के बाद में ऊपरी आहार का सेवन कराने की सलाह दी है, उनका बच्चा अब आठ माह का हो गया है, इसलिए वह मां के दूध के अतिरिक्त ऊपरी आहार के तौर पर मसला हुआ केला, आलू, दाल का पानी, मसाला हुआ चावल इत्यादि चीजें भी खिला रही हैं। कैबिनेट मंत्री ने श्यामा की तारीफ करते हुए अन्य महिलाओं से भी बच्चों को सही आहार देने के लिए संवाद किया गया।

विशिष्ट अतिथि प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि सही पोषण के साथ-साथ बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए साफ-सफाई रखना भी अति आवश्यक है, इसलिए अपने घर पर और बच्चों की देखभाल के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। राज्य मंत्री ने इस दौरान बताया कि अपने घर में सहजन का पौधा लगाए और अपने आस-पास भी पेड़-पौधों की सुरक्षा करें, जिससे कि आस-पास स्वच्छ वातारवरण रहे। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2024 में आयोजित किये जाने वाले पोषण माह की मुख्य थीम एनीमिया (टेस्ट, ट्रीट, टॉक), वृद्धि निगरानी, ऊपरी आहार, पेषण भी पढ़ई भी (पी.बी.पी.बी.), बेहतर प्रशासन के लिये प्रौद्योगिकी, अन्य थीमः समग्र पोषण (पोषण से जुडे सभी आवश्यक तत्व) निर्धाथ्रत की गयी है। सभी मिलकर प्रयास कर उक्त लक्ष्यों को हासिल करना सुनिष्चित करें, जिससे कि कुपोषण को जड़ से समाप्त किया जा सके। राज्य मंत्री ने इसके बाद आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले तीन से छह वर्ष के बच्चों के साथ भी संवाद किया। उन्होंने बच्चों से कविताएं भी सुनीं।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को किया सम्मानित : कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बच्चों को अभी से अच्छे संस्कार दें, उन्हें अच्छी शिक्षा और बातें सिखाएं। गर्भवती महिलाएं खानपान का विशेष ध्यान रखें। आज उन्हें जो आहार किट दी गई है, उसका उपयोग करें। उन्होंने पाँच गर्भवती की गोद भराई की। इसके अलावा पाँच बच्चों का अन्नप्राशन भी कराया। इसके साथ ही पांच अतिकुपोषित बच्चे जो सामान्य श्रेणी में आ गए हैं, उनके अभिभावकों को प्रोत्साहित करते हुये उन्हें प्रमाण पत्र भी वितरण किया गया।। बेहतर कार्य करने वाली 24 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सम्मानित किया।