उत्तर प्रदेश में लेखपाल डैशबोर्ड का शुभारंभ, राजस्व सेवाओं में डिजिटल पारदर्शिता बढ़ी



लखनऊ। उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार ने आज सरोजनी नगर तहसील में लेखपाल डैशबोर्ड का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लेखपाल द्वारा किए जाने वाले सभी कार्य अब एक ही प्लेटफार्म पर दिखाई देंगे। सिंगल लॉगइन के माध्यम से कार्यों का सुचारू निस्तारण किया जा सकेगा और कार्यों की उच्च स्तर से सतत मॉनिटरिंग की जा सकेगी।

श्री कुमार ने बताया कि प्रदेश के 22,000 से अधिक लेखपाल प्रतिदिन नागरिकों के सबसे निकट रहकर भूमि अभिलेख अद्यतन, प्रमाणपत्र सत्यापन और अन्य राजस्व कार्यों का दायित्व निभाते हैं। अब “लेखपाल डैशबोर्ड” इन सभी कार्यों को ऑनलाइन और अधिक सुव्यवस्थित बनाएगा। इसके माध्यम से भूमि अभिलेख संशोधन, आय-जाति-निवास प्रमाणपत्रों की स्थिति, धारा 34, 80, 89 और 98 की कार्यवाहियाँ, हल्का मैपिंग और अवकाश स्वीकृति की प्रक्रियाएँ एकल लॉगिन पर उपलब्ध होंगी। उच्चाधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता वास्तविक समय में देख सकेंगे।

उन्होंने इस परियोजना को साकार करने में योगदान देने वाली एनआईसी की तकनीकी टीम, परिषद से सम्बद्ध सभी तहसीलदारों और लेखपालों की मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल केवल तकनीकी विकास नहीं, बल्कि राजस्व परिवार के हजारों कर्मचारियों के सामूहिक प्रयास और महीनों की मेहनत का परिणाम है। साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशों के अनुरूप राजस्व परिषद प्रदेश की राजस्व सेवाओं को डिजिटल माध्यम से सरल और पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। भविष्य में “राजस्व निरीक्षक डैशबोर्ड”, “तहसीलदार डैशबोर्ड” और “उपजिलाधिकारी डैशबोर्ड” भी विकसित किए जाएंगे, जिनके माध्यम से राजस्व प्रशासन के प्रत्येक स्तर पर कार्य की निगरानी और दक्षता बढ़ाई जाएगी।

इस अवसर पर जिलाधिकारी लखनऊ विशाख, उप जिलाधिकारी (सरोजनी नगर) अंकित, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गंगाराव, तहसीलदार सुखबीर और लखनऊ के विभिन्न तहसीलों के अधिकारी उपस्थित रहे।