- करीब 33.35 लाख लोगों के लिए बने मददगार
- सांसद के सहयोग से जिले में स्थापित हो रहे 15 आक्सीजन प्लांट
- जनजागरूकता लाने और मदद पहुंचाने को समुदाय के साथ खड़े नजर आये
- घर-घर जाकर राशन बंटवाया और स्वच्छता अभियान को बढ़ावा दिया
- दिहाड़ी मजदूरों को 1000-1000 रुपये की आर्थिक सहायता भी दिलवाई
- व्यवहार परिवर्तन में कारगर रहे सांसद के जनजागरूकता वाले वीडियो सन्देश
लखनऊ - गोरखपुर जनपद के सदर सांसद और सिने स्टॉर रवि किशन की कोविड के दौरान निभायी गयी सराहनीय भूमिका जनसमुदाय के बीच चर्चा में है। उन्होंने न केवल अपने संसदीय क्षेत्र में बल्कि संसदीय क्षेत्र से बाहर निकल कर भी लोगों की मदद की। उनकी सहायता 33.35 लाख लोगों तक पहुंच चुकी है। वह न केवल जमीनी सहायता अभियान से जुड़े रहे, बल्कि जनजागरूकता संबंधित वीडियो बनाकर समूचे प्रदेश में कोविड से बचाव और टीकाकरण के प्रति व्यवहार परिवर्तन में योगदान दे रहे हैं। सांसद ने घर-घर जाकर राशन वितरित करवाया, स्वच्छता अभियान का खुद हिस्सा बने और दिहाड़ी मजदूरों को कोरोना कर्फ्यू के दौरान 1000-1000 रुपये की आर्थिक सहायता भी दी। उन्होंने समुदाय से अपील की है कि लोग कोविड से डरें नहीं, बल्कि सतर्कता के साथ उसका सामना करें। कोविड पाजिटिव होने पर लोगों को केवल गंभीर परिस्थिति में ही चिकित्सक के सुझाव से अस्पताल जाना चाहिए। हल्के लक्षणों वाले कोविड मरीज घर पर ही ठीक हो जाते हैं।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में 300 बेड के अस्पताल के संचालन में मुख्य भूमिका निभाने वाले सांसद ने रामगढ़ में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करवाने के लिए भी अपने सांसद निधि और केंद्रीय योजना के तहत 40 लाख रुपये का आवंटन करवाया है। उनके सहयोग से जिले में 15 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। सांसद रवि किशन जैसे सक्रिय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास फलीभूत हुए, जिसका नतीजा है कि राज्य में कोविड से स्वस्थ होने की दर 95 फीसदी तक पहुंच चुकी है। जनजागरूकता कार्यक्रमों का असर है कि 2.24 करोड़ से अधिक लोग टीके लगवा चुके हैं।
सांसद रवि किशन का कहना है कि उत्तर प्रदेश कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सभी क्षेत्रों में बाल रोग विशेषज्ञ क्लिनिक स्थापित किये जा रहे हैं और गोरखपुर में 120 बाल चिकित्सकों की टीम नियुक्त की गयी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि भले ही कोविड संक्रमण का प्रसार थोड़ा थमा है लेकिन सतर्कता का स्तर बनाए रखना है। मॉस्क पहनकर, दो गज की दूरी रखकर और शारीरिक दूरी बनाए रख कर ही कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है। याद रखना होगा कि महामारी वास्तव में तभी समाप्त होती है जबकि उसे हर जगह से हार मिले ।
तीन दशकों में हिंदी, भोजपुरी, तमिल, तेलुगु और कन्नड भाषाओं में 600 से अधिक फिल्में कर चुके सांसद रवि किशन ने कोविड के इस कठिन दौर में लोगों की सेवा करना और उनके लिए मौजूद रहने को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया है। उनका कहना है कि इस लड़ाई में सभी एक साथ हैं और लोगों को निराश नहीं होना है। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के हर व्यक्ति के जीवन की रक्षा को अपना कर्तव्य मानती है। लोग आश्वस्त रहें। अपनी संपूर्ण क्षमता के साथ वायरस को ख़त्म करने के लिए कार्य किया जा रहा है।