प्रचार वाहन से हर गली-मोहल्ले तक पहुंचेगा परिवार नियोजन का सन्देश



  • मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर प्रचार वाहन को किया रवाना
  •  पम्पलेट का भी किया जाएगा जगह-जगह वितरण


लखनऊ - “आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी” थीम के साथ मनाये जा रहे जनसँख्या स्थिरता पखवारे का सन्देश जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सोमवार को विशेष प्रचार वाहन रवाना किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर ने अपने कार्यालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर प्रचार वाहन को रवाना किया । परिवार नियोजन सम्बन्धी संदेशों और उपलब्ध सेवाओं के  बैनर-पोस्टर से सुसज्जित यह वाहन राजधानी के अधिकतर गली-मोहल्लों से गुजरते हुए लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने के साथ ही पम्पलेट आदि का वितरण भी करेगा ।  

इस मौके पर डॉ. भटनागर ने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रमों को सही मायने में धरातल पर उतारने को लेकर हर स्तर पर हरसंभव प्रयास निरंतर जारी हैं ताकि लोगों को ‘छोटे परिवार के बड़े फायदे’ की बात आसानी से समझाई जा सके । इसी के तहत प्रचार वाहन रवाना किया जा रहा है जो कि माइकिंग के जरिये लोगों को बताएगा कि पहले बच्चे की योजना शादी के दो साल बाद ही बनाएं और दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर जरूर रखें क्योंकि माँ-बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिहाज से यह बहुत जरूरी है । मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर काबू पाने के लिए भी यह बहुत जरूरी है । इस बारे में बड़े पैमाने पर जनजागरूकता के उद्देश्य से ही हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसँख्या दिवस मनाया जाता है । उन्होंने बताया कि इसी के तहत जिले में 27 जून से 10 जुलाई तक दम्पति संपर्क पखवारा चलाया गया । आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लक्ष्य दम्पति की सूची तैयार की है और लोगों को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित किया है । अब 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवारा मनाया जा रहा है और अंतराल विधियों को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है । परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने का भी प्रयास है । पुरुष नसबंदी को लेकर जो भी भ्रांतियां हैं, उन्हें दूरकर जिनका परिवार पूर्ण हो गया है, उन लोगों को नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाएगा ।  

इस अवसर पर परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए. राजा, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक सुधीर कुमार, यूपी टीएसयू प्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे ।    

सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर उपलब्ध सेवाएं  :
स्थायी विधि - महिला व पुरुष नसबंदी
अस्थायी विधि - ओरल पिल्स, निरोध, आईयूसीडी प्रसव पश्चात्/ गर्भ समापन पश्चात् आईयूसीडी, गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा व हार्मोनल गोली छाया (सैंटोक्रोमान)