लखनऊ/दिल्ली - भारत हर साल 26 जुलाई को 'करगिल विजय दिवस' मनाता है | इस दिन 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना ने जीत हासिल की थी | यह वही दिन है जब भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध में जीत का परचम लहराया था | इस मौके पर पीएम मोदी, सीएम योगी समेत राजनीति जगत के तमाम बड़े लोगों ने अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी है |
कारगिल विजय दिवस की 22वीं सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने इस जंग में बहादुरी दिखाते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी।
We remember their sacrifices.
We remember their valour.
Today, on Kargil Vijay Diwas we pay homage to all those who lost their lives in Kargil protecting our nation. Their bravery motivates us every single day.
Also sharing an excerpt from last year’s ’Mann Ki Baat.’
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2021
वहीं कारगिल विजय दिवस के अवसर पर लखनऊ में शहीद स्मारक के सामने कारगिल स्मृति वाटिका में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीदों का नमन किया। उनकी प्रतिमाओं पर पुष्पाजलि भी की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी साथ ही कैप्टन मनोज पांडेय के पिता गोपीचंद पांडेय, मेजर रीतेश शर्मा के पिता सत्यप्रकाश शर्मा और सुनील जंग की मां बीना महत को सम्मानित भी किया।
"अपने बलिदान से माँ भारती का मस्तक ऊंचा रखने वाले भारतीय सेना के रणबांकुरों की असाधारण वीरता के प्रतिफल “कारगिल विजय दिवस” की 22वीं वर्षगांठ पर सभी हुतात्माओं को कोटिशः नमन।
जय हिंद "
-— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 26, 2021
शहीद हुए नायकों के सम्मान में मनाया जाता 'कारगिल विजय दिवस : 'कारगिल विजय दिवस' कारगिल युद्ध में शहीद हुए नायकों के सम्मान में मनाया जाता है, जो मातृ भूमि की सेवा करते हुए शहीद हो गए। हर साल इस दिन, प्रधान मंत्री दिल्ली में इंडिया गेट पर 'अनन्त लौ', अमर जवान ज्योति पर सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि देते हैं।