खेल - खेल में जो बच्चे सीखते हैं, उसकी पड़ती है अमिट छाप : राज्यपाल



लखनऊ - रविवार को आईईटी में नवीन शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया |  समापन के अवसर पर राज्यपाल ने कहा- खेल-खेल में बच्चों को जो भी सिखाया जाता है उसकी उनके मष्तिष्क पर गहरी छाप पड़ती है | त्रिदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षकों द्वारा जो सिखाया गया उसका प्रदर्शन प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बहुत अच्छी तरह से किया गया | बच्चों को कहानी या नाटक के माध्यम से समझाने से ज्यादा समझ में आता है | गणित या पर्यावरण को हम पुस्तकीय ज्ञान से नहीं समझा सकते | बीच-बीच में  प्रश्नोत्तरी का भी सहारा लें | बच्चों को जो भी हम सिखाते हैं वह अपनी सोसायटी या मित्रमंडली में साझा करते हैं जिससे अन्य बच्चों  को लाभ मिलता है | नवीन शिक्षा पद्धति में सरल से कठिन का समावेश किया गया है |

राज्यपाल ने कहा- गर्भवतियों की गोद भराई केवल सांकेतिक न हो बल्कि उसके माध्यम से गर्भवतियों की काउंसलिंग करें ताकि उन्हें यह पता चले कि गर्भावस्था में कैसे अपना ध्यान रखना है | कार्यक्रम में “शिशु शिक्षा डॉट इन एप” (shishu shiksha.in app) भी लांच किया गया |

प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन में “लर्निग बाई डूइंग” थीम को धरातल पर उतारने का राज्यपाल को आश्वासन दिया गया साथ ही उन्हें यह भी आश्वासन दिया गया कि जिले के सभी 2730 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विद्या भारती के इस प्रयास को साकार करने का सफल प्रयास किया जायेगा |    

प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्यमंत्री, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की प्रमुख सचिव वी.हिकोली झिमोमी, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की  विशेष सचिव गरिमा यादव, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की निदेशक डा. सारिका मोहन, मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार, अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक, रजिस्ट्रार प्रदीप बाजपेयी, राज्य पोषण मिशन के मिशन निदेशक कपिल सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे, विद्याभारती के सहसंगठन मंत्री यतीन्द्र कुमार, विद्याभारती बालिका शिक्षा की संयोजिका रेखा चूड़ासमा,  और विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के सह संगठन मंत्री डा. जय प्रताप उपस्थित थे |

प्रशिक्षण कार्यक्रम में 200 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 90 मुख्य सेविका एवं 6 बाल विकास परियोजना अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियो ने प्रतिभाग किया |