नई दिल्ली डेस्क - पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की स्पीच के दौरान बड़ा बयान दिया है कि अब सिर्फ लड़कों को ही नहीं, बल्कि सैनिक स्कूल में लड़कियों को भी प्रवेश मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि ये देश के लिए गौरव की बात है कि शिक्षा हो या खेल, हमारी बेटियां आज हर जगह अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रही हैं। आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिए आतुर है। दो-ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में पहली बार बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग किया गया था, अब सरकार ने तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नये भारत में महिलाओं की समान सहभागिताएं सुनिश्चित की जाएगी।
सैनिक स्कूल में कैसे होता है एडमिशन : सैनिक स्कूलों में कक्षा 6 और 9वीं कक्षा में दाखिला मिलता है, इसके लिए हर साल प्रवेश परीक्षा होती है। छात्र और छात्राएं सैनिक स्कूल में एडमिशन के लिए वेबसाइट aissee.nta.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। फॉर्म के भरने के बाद निर्धारित तारीख पर छात्र-छात्राओं को प्रवेश परीक्षा आयोजित कराई जाती है।
सैनिक स्कूलों का संचालन सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा किया जाता है जो रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आती है। सैनिक स्कूलों की स्थापना का उद्देश्य छात्रों को कम उम्र से ही भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए तैयार करना था।