उत्तर प्रदेश COVID अपडेट : अब तक 07 करोड़ से ज़्यादा कोविड सैम्पल की जांच की गयी, प्रदेश के 16 जनपदों में एक्टिव केस शून्य



  • 3T नीति के कारण प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है
  • विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया
  • प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 0.01 और रिकवरी दर 98.6 फीसदी
  • अब तक प्रस्तावित 552 ऑक्सीजन प्लांट में से 339 क्रियाशील हो चुके

लखनऊ - अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 3टी(ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट) की रणनीति के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 07 करोड़ 10 लाख 73 हजार 105 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। विगत 24 घंटे में 01 लाख 87 हजार 218 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 22 नए मरीजों की पुष्टि हुई। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 345 है। इसी अवधि में 28 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अब तक 16 लाख 86 हजार 34 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।

श्री सहगल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 06 करोड़ 52 लाख 23 हजार के पार हो चुका है, जिसे इस महीने 07 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है। विगत दिवस 9 लाख 76 हजार 703 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त किया। अब तक 05 करोड़ 48 लाख से अधिक नागरिकों ने कोविड से बचाव के लिए टीके की कम से कम एक खुराक प्राप्त कर ली है।  

इसी के साथ श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। कोविड की ताजा स्थिति के मुताबिक प्रदेश के 16 जनपदों में एक्टिव केस शून्य हैं। विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि मात्र 16 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए एवं प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 0.01 और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है।  

श्री सहगल ने बताया कि 27 एवं 28 अगस्त, 2021 को स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम विभिन्न जनपदों में जाकर कोविड की संभावित तीसरी लहर के संबंध में अस्पतालों में की जा रही तैयारियों का निरीक्षण करेंगी। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान कोविड वैक्सीनेशन, पीकू/नीकू बेड, स्वास्थ्य से संबंधित नये उपकरण, ऑक्सीजन कंसेल्ट्रेटर तथा ऑक्सीजन प्लांट आदि को देखा जायेगा तथा मॉक ड्रिल भी की जायेगी। इन अधिकारियों के द्वारा ऑक्सीजन प्लांटों तथा ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर  का सत्यापन भी किया जायेगा। अब तक प्रस्तावित 552 ऑक्सीजन प्लांट में से 339 क्रियाशील हो चुके हैं। शेष निर्माणाधीन प्लांट शीघ्र क्रियाशील हो जायेंगे।