लखनऊ - निदेशक महिला कल्याण मनोज राय ने बताया कि प्रदेश में समान लिगांनुपात स्थापित करने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को सु्दृढ करने, बालिकाओं के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा बालिका के प्रति आम जन में सकारात्मक सोच विकसित करने हेतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 2019 में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की शुरू की गयी थी । इस योजना के अन्तगर्त देय धनराशि पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तान्तिरित की जा रही है। योजना के अर्न्तगत मुख्यतः ऐसे लाभार्थी पात्र होते हैं जिनका परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो,एवं जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम 3 लाख रुपये तथा जिनके परिवार में अधिकतम् दो बच्चे हों।
योजना के अर्न्तगत बालिकाओं को कुल 6 श्रेणियों में जन्म के समय 2000/- रुपये , एक वर्ष के टीकाकरण पूर्ण करने पर 1000/- रुपये , कक्षा-1 में प्रवेश के समय 2000/- रुपये , कक्षा-6 में प्रवेश के समय 2000/-रुपये , कक्षा-9 में प्रवेश के समय 3000/- रुपये तथा दसवीं/बारहवीं परीक्षा उत्तीर्ण कर डिग्री या दो वर्षीय या अधिक के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने पर 5000/- रुपये प्रदान किये जाते हैं। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विभाग द्वारा जुलाई-अगस्त 2021 में विशेष अभियान संचालित करते हुये बालिकाओं को चिन्हित व लाभान्वित किया गया है।
मिशन शक्ति के पूर्व चरणों तथा आने वाले चरणों में भी इस योजना के प्रचार-प्रसार में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अगस्त माह से प्रत्येक 15 दिवसों के अंतराल में स्वावलंबन कैम्प का आयोजन कर इस योजना के आवेदन पूर्ण कराने की प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। कैम्प तथा अन्य प्रचार-प्रसार कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों तथा विभिन्न विभागों आदि का भी सहयोग लिया जा रहा है। योजना के अर्न्तगत अब तक कुल 9.36 लाख पात्र बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है।