- पहला स्वदेशी गाइडेड-मिसाइल डिस्ट्रॉयर भारतीय नौसेना को मिला
नई दिल्ली (डेस्क) - मिसाइलों और पनडुब्बी रोधी रॉकेटों से लैस स्वदेश में निर्मित 'स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक विशाखापट्टनम' (INS Visakhapatnam) रविवार को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई डॉकयार्ड में INS विशाखापत्तनम के कमिशन समारोह में हिस्सा लिया। नौसेना को नया स्वदेशी गाइडेड-मिसाइल डिस्ट्रॉयर मिलने से तगड़ा बूस्ट मिला है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज भरतीय नौसेना द्वारा आयोजित कमीशनिंग में आकर खुशी हो रही है, डिफेंस सेक्टर में हम आत्म निर्भरता की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। ये वॉरशिप आधुनिकतम तकनीकी से युक्त है। इसमें प्रयोग किए गए सिस्टम सिर्फ आज नहीं बल्कि भविष्य की जरूरतों को भी पूरा करेगा।
बता दें INS विशाखापत्तनम डिस्ट्रॉयर उन चार 7,400 टन वजनी स्टेल्थ डिस्ट्रॉयर्स में से एक हैं जो मझगांव डॉक्स पर बनाए जा रहे हैं। जनवरी 2011 में इनका कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। तीन और डिस्ट्रॉयर्स- मुरगांव, इम्फाल और सूरत अगले कुछ सालों में डिलिवर होंगे। इन चारों में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और इजरायली बराक मिसाइलें लगी होंगी।