लखनऊ - आज़ादी के 75वें वर्ष को "आज़ादी के अमृत महोत्सव" के रूप में मना रहा है और आपदा जोख़िम न्यूनीकरण की मुहिम के तहत राजधानी लखनऊ में ऐतिहासिक इमारतों एवं राष्ट्र की धरोहरों में शामिल बड़े इमामबाड़े में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर की राहत बचाव एजेंसियों के बीच एक मेगा मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया।
एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के कुशल दिशा निर्देशन में एनडीआरएफ लखनऊ की टीम ने ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ व सभी एजेंसियो के साथ मिलकर एक मल्टी सिनेरियो मेगा मॉक अभ्यास किया, जिसका मुख्य उद्देश्य आपदा के दौरान घायल व् चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रेस्पोंस एजेंसियों का रेस्पोंस चेक करना व सभी हितधारकों के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है तथा इस मेगा मॉक अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना था।
विभिन्न आपदाओं पर आधारित इस बहु परिदृश्य मेगा मॉक अभ्यास के प्रथम चरण में एनडीआरएफ अधिकारियों व सभी एजेंसियों के अधिकारियों के मध्य टेबल टॉप अभ्यास के माध्यम से इस मेगा मॉक अभ्यास की सम्पूर्ण रूप रेखा तैयार की गयी थी।
इस अभ्यास के तहत बड़े इमामबाड़े में कुछ फिदायीन आतंकी हथियारों के साथ घुसे और वहां बम ब्लास्ट किया, जिसे कांउटर करने के लिए एटीएस की टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुऐ उन्हें मार गिराया। जोरदार धमाके के कारण बड़े इमामबाड़े की एक इमारत ढह गई और कुछ लोग मलवे में दब गए और कुछ लोग हाइड्रोजन सल्फाइड रसायनिक हमले के प्रभाव से अचेत अवस्था में गिर गए। घटना की जानकारी एनडीआरएफ लखनऊ की टीम को दी गई, जिसके बाद टीम त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना स्थल पर पहुंची और मलबे में फंसे लोगों को विभिन्न बचाव तकनीकों और इक्विपमेंट्स के माध्यम से मेडिकल बेस तक पहुंचाया और केमिकल ब्लास्ट के कारण अचेत पड़े घायलों को A-level सूट के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके अतरिक्त कुछ घायल व्यक्ति ऊंचे गेट पर फंसे थे, जिन्हे एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों ने रोप रेस्क्यु की तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए सुरक्षित नीचे उतारा और अग्रिम उपचार के लिए एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल ले जाया गया।
इस मेगा मॉक अभ्यास में एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व नीरज कुमार (उप कमांडेंट) द्वारा किया गया I नीरज कुमार ने बताया कि आपसी समन्वय से सकारत्मक पहल व सशक्त रिस्पांस सिस्टम को विकसित करने से सभी तरह की आपदाओ में होने वाली दुर्घटनाओ व जान-माल की हानि से आसानी से निपटा जा सकता है और समय - समय पर इस तरह के मेगा मॉक अभ्यास द्वारा महत्वपूर्ण जीवन की रक्षा की जा सकेगी।
इस मेगा मॉक अभ्यास के दौरान राहत आयुक्त उत्तर प्रदेश रणवीर प्रसाद, जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश, अपर जिलाधिकारी विवेक कुमार मिश्रा, SDRF के कमांडेंट सतीश कुमार(भा०पु०सेवा) एनडीआरएफ के रेस्कुअर एवं अन्य संस्थाओ के प्रतिनिधि मौजूद थे।