- मंत्र एप पर स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
लखनऊ - गर्भवती और नवजात की समुचित देखभाल और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मातृ और नवजात ट्रैकिंग (मंत्र) एप लॉन्च किया है | गर्भवती और नवजात शिशु के स्वास्थ्य जांच की जानकारी अब “मंत्र” एप से आसानी से मिल सकेगी | इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में सोमवार को जनपद के सभी ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक ( बीपीएम), नर्स मेंटर, सभी लेबर रूम और मेटरनिटी ओटी के इंचार्ज और यूनिसेफ़ के सभी ब्लॉक समन्वयक को प्रशिक्षण दिया गया | मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया - गर्भवती की सभी स्वास्थ्य जाँचों की रिपोर्ट “मंत्र” एप पर अपलोड की जाएगी ताकि जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के सही आँकड़ें प्राप्त हो सकें |
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव ने बताया- इस एप के माध्यम से जिला महिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सभी प्रसव केंद्र आपस में जुड़ जाएंगे | इसके लिए सभी 24 प्रसव केंद्रों का डिजिटिलाइजेशन कर दिया गया है | सभी प्रसव केंद्रों को मंत्र एप से जोड़ा जा रहा है | इससे इन केंद्रों पर हुए प्रसव, गर्भवती की तत्काल स्थिति, और केंद्र पर किए गए इलाज का पूरा विवरण अपलोड करना होगा | इससे किसी अनहोनी से बचा जा सकेगा | यूनिसेफ़ इसमें तकनीकी सहयोग दे रहा है |
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (डीसीपीम) विष्णु प्रताप ने बताया – इस एप के द्वारा गर्भवती और नवजात का स्वास्थ्य संबंधी डाटा ऑनलाइन तुरंत ही भरा जाएगा, जैसे ही महिला सीएचसी पर आती है | इस एप द्वारा जिला और प्रदेश स्तर पर गर्भवती के प्रसव उपरांत नवजात की मॉनिटरिंग की जाएगी अगर कहीं कोई दिक्कत आती है तो उसका तुरंत ही निराकरण किया जाएगा | क्वालिटी एश्योरेन्स की अनामिका वर्मा ने बताया – प्रसव के दौरान गर्भवती को होने वाली दिक्कतों को मंत्र एप पर डाउनलोड कर जिला अस्पताल भेजा जाएगा | प्रसव के बाद नवजात में होने वाली समस्याओं को भी एप में भरना होगा जिससे शिशु का बेहतर इलाज हो सके |
यूनिसेफ के डा.नितेश कनेरिया और डा. गौरव दीक्षित ने एप के तकनीकि संचालन को लेकर प्रतिभागियों को जानकारी दी |