नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उजरियावां में सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित



कुल 57 महिलाओं की हुई जांच
चार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के प्रारम्भिक लक्षणों की हुई पुष्टि

लखनऊ - राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान  तथा स्वयंसेवी संस्था प्रोगेसिव फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे एंजिया (NJIA) लीडरशिप कार्यक्रम के सहयोग से  शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) उजरियावां  में सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि बच्चेदानी के मुंह के  कैंसर को सर्वाइकल कैंसर  कहते हैं । यह ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के कारण होता है । अगर समय से  सर्वाइकल कैंसर की पहचान नहीं होती है तो उसका  इलाज कठिन हो जाता  है ।

यूपीएचसी की अधीक्षक डॉ. पद्मजा ने बताया कि स्वास्थ्य शिविर के आयोजन से पहले उन्होंने केंद्र की आशाओं और एएनएम को सर्वाइकल कैंसर के बारे में  विस्तार से जानकारी दी और उन्हें निर्देशित किया कि वह समुदाय की महिलाओं को  इस बीमारी के बारे में जागरूक करें और इस शिविर के बारे में भी बताएं ।

डा. पद्मजा ने बताया कि 30 से 60 साल की सभी महिलाओं को साल में एक बार इसकी जांच जरूर करवानी चाहिए । फिर हर तीन साल में दोबारा इसकी जांच करानी चाहिए । सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता बहुत जरूरी है । सर्वाइकल कैंसर के लक्षण हैं- दो माहवारियों के बीच में अचानक रक्तस्राव होना,  संभोग के दौरान रक्तस्राव, या रजोनिवृत्ति के बाद रक्त स्राव । यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें तो शीघ्र ही चिकित्सक से इलाज कराएं।   

सर्वाइकल कैंसर की जांच बहुत आसान होती है और जांच में बहुत ही कम समय लगता है व दर्द भी नहीं होता है । इस शिविर में यूपीएचसी छितवापुर की डॉ.गीतांजलि, यूपीएचसी जुगौली की डा. विनीता, लोकबंधु हॉस्पिटल की डॉ. शालिनी एवम्  अगोई यूपी स्टेट चैप्टर की प्रेसिडेंट डा. निशा सिंह ने भी महिलाओं की जांच एवं इलाज करने में सहयोग किया।

इस अवसर पर कुल 57 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की गई जिनमें से चार महिलाओं में एचपीवी वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई । एक महिला का थर्मल एब्लेशन द्वारा इलाज सुनिश्चित किया गया तथा अन्य पॉजिटिव महिलाओं को लोक बंधू हॉस्पिटल एवम् किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में आगे के इलाज के लिए रेफर किया गया।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से  डॉ.  मयंक चौधरी, प्रोग्रेसिव फाऊंडेशन से प्रिंसी प्रजापति, शगुन तिवारी, निष्काम सिंह मौजूद रहे ।