दूर होगी मलेरिया की बीमारी जब होगी सभी की भागीदारी – डीएमओ



  • मलेरिया से बचाव व नियंत्रण के लिए पूरे जून चल रहा ‘मलेरिया रोधी’ माह
  • जन जागरूकता कार्यक्रम से किया जा रहा मलेरिया के प्रति जागरूक

कानपुर  -  मच्छर जनित बीमारी मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग एक जून से ‘मलेरिया रोधी’ माह मना रहा है। जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों में मलेरिया के लक्षण, कारण, जांच, उपचार, बचाव व नियंत्रण के विषय में जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।

जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) एके सिंह ने बताया कि जून से बरसात के मौसम के आगमन को देखते हुए मलेरिया के संक्रमण बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है। इसलिए इसकी तैयारियों की समीक्षा एवं कार्य योजना निर्माण तथा इसको धरातल पर पहुंचाने के उद्देश्य से जून को मलेरिया माह के रूप में मनाया जाता है। मलेरिया रोधी माह का मुख्य उद्देश्य जन-जन तक मलेरिया के लक्षणों, बचाव के उपायों, जांच तथा उपचार के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि एक जून से ब्लॉक स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक स्वास्थ्य विभाग के सभी आशा, एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर ‘हर रविवार मच्छर पर वार’ स्लोगन का प्रचार-प्रसार कर जनमानस को जागरूक करने के साथ ही प्रेरित कर अभियान को सफल बनाने में सहभागी बना रहीं हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक मलेरिया उन्मूलन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हर स्तर पर आवश्यक कार्रवाई संपादित की जाए।

उन्होंने बताया कि पूरे माह हर सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपकेंद्र स्तर पर प्रत्येक सप्ताह कम से कम दो कैंप लगाए जाएंगे जिसमें लोगों की मलेरिया की जांच की जाएगी। ग्रामीण इलाकों में मलेरिया से बचाव के लिए शीघ्र निदान और त्वरित उपचार पर जोर दिया जाएगा। आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम के सहयोग से जलभराव वाले स्थानों पर कीटनाशक का छिड़काव किया जाएगा। किट से हुई जांच में धनात्मक रोगी पाए जाने पर उनका उपचार किया जाएगा। घरों के आसपास साफ सफाई तथा जल भराव वाले स्थानों पर सप्ताह में एक बार जला हुआ मोबिल अवश्य डालने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मच्छर के प्रजनन वाले स्थानों, जल-जमाव, कूलर, पानी का टैंक, गमला, नारियल के खोल आदि नष्ट करने के लिए जागरूक किया जाएगा।

उन्होंने आमजन से अपील की कि घर के आसपास या घरों में सात दिन से अधिक समय तक किसी भी बर्तन या स्थान में पानी न जमा होने दें। कूलर से भरे पानी एवं फ्रिज के पीछे की ट्रे, गमलों, टूटे हुए बर्तन या खराब टायर में पानी जमा हो तो उसे सप्ताह में एक बार साफ करते रहें। रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग ज्यादा बेहतर होगा।

मलेरिया के लक्षण :
•    सर्दी व कम्पन के साथ एक-दो दिन छोड़कर बुखार आना ।
•    तेज बुखार, उल्टियां और सिर दर्द ।
•    बुखार उतरते समय खूब पसीना आना ।
•    बुखार उतरने के बाद थकावट व कमजोरी ।

लक्षण मिलने पर क्या करें :
•    बुखार होने पर रक्त की जांच कराएं ।
•    मलेरिया की पुष्टि होने पर दवा नियमित रूप से लें ।
•    खाली पेट दवा न खाएं ।