पौराणिक महत्व के घुरघुरी तालाब के जीर्णोद्धार से मिलेगा पर्यटन का बढ़ावा : स्वाती सिंह



  • जहां सीता माता ने धोये थे पैर, उसके जीर्णोद्धार के लिए हुआ शिलान्यास
  • महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने कहा, जब तक शरीर में है प्राण, तब तक गरीबों व वंचितों की करती रहूंगी सेवा

लखनऊ - प्रदेश की वर्तमान सरकार पूरे प्रदेश में पूज्य स्थलों को पर्यटन के रूप में विकसित कर रही है। इससे पर्यटन को बढ़ावा भी मिला है। सरोजिनी नगर विधानसभा क्षेत्र में ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व के घुरघुरी तालाब के जीर्णोद्धार के लिए भी हमने पहले से ठान रखा था। सरकार बनते ही प्रयास शुरू कर दिया गया था लेकिन कोरोना के कारण इसमें थोड़ा विलम्ब हुआ लेकिन अब यह पूरे क्षेत्र में आध्यामिकता के साथ साथ अपने सौंदर्य के लिए भी पहचाना जाएगा। यह बातें प्रदेश सरकार की महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व सरोजनीनगर की विधायक स्वाती सिंह ने  घुरघुरी तालाब के जीर्णोद्धार के लिए शिलान्यास करने के दौरान कहीं ।

श्रीमती सिंह ने कहा कि जब तक उनके शरीर में प्राण है, तब तक आध्यात्मिक स्थलों के पुनरुद्धार के साथ ही गरीब, वंचित तबके की सेवा करती रहेंगी । हमेशा से उनका प्रयास रहा है कि सभी को रोजगार से जोड़ा जाए, इसके तहत उन्होंने समूह की महिलाओं के लिए तमाम सुविधाएं भी मुहैया कराई  हैं ।

बता दें कि मान्यता के अनुसार घुरघुरी तालाब में सीता माता ने अपने पैर धोए थे। वहां जो भी भक्त स्नान कर लेता है, वह दुखों से मुक्ति पा जाता है। इस तालाब के जीर्णोद्धार के लिए क्षेत्र के लोग काफी दिनों से मांग कर रहे थे। कई सरकारें आयी और गयी लेकिन तालाब के जीर्णोद्धार नहीं हुआ। श्रीमती सिंह ने इसके लिए काफी प्रयास किये और पर्यटन विभाग से इसके लिए बजट की व्यवस्था कराई एवं उनके कहने पर ही इसके लिए 157.70 लाख रुपये का बजट आया, जिसका शिलान्यास सोमवार को किया गया।

इस अवसर पर स्वाती सिंह ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में ही घुरघुरी तालाब पर्यटन के मुख्य केन्द्रों में एक होगा। यहां की सुदंरता के लिए और बजट दिये जाएंगे। यहां पर्यटन का विकास होने से क्षेत्र के लोगों के लिए काफी सुविधाएं व रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस अवसर पर श्री सिंह ने पंचवटी के पौधारोपण कर प्रदुषण मुक्ति के संदेश भी दिये।