यूपी ने शत-प्रतिशत वयस्कों को पहली डोज लगाकर बनाया कीर्तिमान



  • साल भर में देश की 95 फीसद लक्षित आबादी को दी कोविड टीके की पहली डोज,
  • अन्य टीकों को जो कवरेज पाने में कई साल लगे उसे एक साल में पूरा किया
  • पोलियो की खुराक देने का 97 फीसद कवरेज पाने में लग गए थे 20 साल  

लखनऊ - देश में सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम के तौर पर समय-समय पर चलाए गए अभियानों की श्रेणी में कोविड टीकाकरण अभियान अब तक का सबसे तेज टीकाकरण अभियान साबित हुआ है । देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश ने भी सोमवार को सभी वयस्कों को कोविड टीके की पहली डोज लगाकर बड़ा कीर्तिमान बनाया है । पोलियो की खुराक पिलाने और बीसीजी का टीका लगाने की जो कवरेज दो दशक से अधिक समय में हासिल हो सकी, उसे इस अभियान ने साल भर में हासिल कर एक कीर्तिमान बनाया है ।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के 25 जनवरी 2022 के आंकड़ों के मुताबिक देश की 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की करीब 95 फीसद आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है, जबकि इस वर्ग के 75 फीसद आबादी का पूरी तरह टीकाकरण किया जा चुका है । एक साल पहले शुरू हुए कोविड टीकाकरण अभियान में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 166 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज प्रदान की गई है । उत्तर प्रदेश ने भी अब तक 18 साल से अधिक आयु वर्ग की 100 फीसद आबादी को टीके की पहली डोज लगाने में सफलता अर्जित की है । कई अन्य राज्यों ने भी 100 फीसद के लक्ष्य को भी प्राप्त कर लिया है । इसी माह तीन जनवरी से शुरू हुए 15 से 18 साल के किशोर-किशोरियों के कोविड टीकाकरण अभियान ने भी बहुत कम समय में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है । अब अन्य सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रमों की बात की जाए तो पोलियो की खुराक देने का काम वर्ष 1994 में शुरू हुआ और 97 फीसद लक्षित समूह को खुराक देने का लक्ष्य वर्ष 2014 में प्राप्त हो सका । इस तरह 20 साल में यह उपलब्धि हासिल हो सकी । टीबी (बीसीजी वैक्सीन) सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम वर्ष 1989 में शुरू हुआ और आज 32 वर्षों में 92 फीसद कवरेज हासिल हो सकी है ।

टीकाकरण में उत्तर प्रदेश की स्थिति : राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अजय घई के मुताबिक 16 जनवरी 2021 से कोरोना से लोगों को सुरक्षित बनाने के लिए शुरू किए गए कोविड टीकाकरण अभियान में प्रदेश ने भी कम समय में बड़ी उपलब्धि हासिल की है । प्रदेश में सोमवार तक 26 करोड़ से अधिक डोज लगाई जा चुकी है । इसमें 18 साल से अधिक की 15.74 करोड़ आबादी को पहली डोज और 10.31 करोड़ को दूसरी डोज दी जा चुकी है । 15 से 18 साल उम्र के किशोर-किशोरियों की बात की जाए तो 95.06 लाख को पहला टीका लगाया जा चुका है और जल्द ही उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा । इसके अलावा 13.80 लाख को प्री काशन डोज भी लगाई जा चुकी है । डॉ. घई का कहना है कि यह बड़ी उपलब्धि सभी के सामूहिक प्रयास से ही हासिल हुई है । स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य सभी विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं और लोगों की दृढ़ इच्छाशक्ति से यह कामयाबी मिली है ।   

टीका लगवाएं-देश को कोरोना मुक्त बनाएं : डॉ. सूर्यकांत
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के कोविड टीकाकरण के ब्रांड एम्बेसडर डॉ. सूर्यकांत का कहना है कि देश को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त बनाने के लिए जरूरी है कि जितना जल्दी हो सके सभी लोग टीके की दोनों डोज जरूर लगवा लें । कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षित बनाने में टीका ही सबसे सुरक्षित और कारगर है । टीकाकरण के साथ जरूरी प्रोटोकाल (पाँच मंत्र) का पालन भी करें- जैसे- भीड़भाड़ में जाने से बचें, बाहर निकलें तो मास्क से नाक व मुंह को अच्छी तरह से ढककर रखें, एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रखें और हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह से धुलते रहें ।