जिले में फाइलेरिया के 2332 सक्रिय रोगी, निःशुल्क इलाज व सहयोग उपलब्ध



  • बीमारी से बचाव के लिए एमडीए राउंड के दौरान खिलाई जाएगी दवा

गोरखपुर - जिले में इस समय फाइलेरिया के 2332 मरीजों का मुफ्त इलाज चल रहा है |  इसके अलावा अन्य आवश्यक मदद भी पहुंचाई  जा रही है । फाइलेरिया  से बचाव के लिए मार्च व अप्रैल  में सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम के तहत निःशुल्क दवा खिलाई जाएगी । यह दवा दो वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर रोगियों  को छोड़कर सभी को खानी है |

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि प्री एमडीए कार्यक्रम के तहत जनपद में पिछले साल 20 अगस्त से एक सितम्बर तक चार सेंटीनल और चार रेंडम स्थानों पर 4041 लोगों के फाइलेरिया की जांच की गयी थी, जिनमें से तीन रोगी फाइलेरिया पॉजीटिव मिले थे । सभी रोगियों का 12 दिन का उपचार किया जा चुका है । वर्ष 2020 में चले एमडीए कार्यक्रम के तहत हाथ, पैर और स्तन में सूजन वाले 1940 फाइलेरिया रोगी पाए गये थे । इनमें से 483 रोगियों को को मार्बिडिटी मैनेजमेंट किट ( बाल्टी, मग, साबुन, तौलिया, एंटी फंगल क्रीम) देकर रूग्णता प्रबंधन के बारे में सिखाया गया ।

वर्ष 2020 में ही 389 हाइड्रोसील के मरीज चिन्हित किये गये जिनमें से 144 मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया । बाकी मरीजों का ऑपरेशन कैंप मोड पर 14  से 28 फरवरी के बीच किया जाएगा । मार्च व अप्रैल में प्रस्तावित एमडीएम कार्यक्रम के दौरान 50 लाख स्वस्थ व्यक्तियों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाने का लक्ष्य है । कार्यक्रम के तहत एल्बेंडाजोल और डीईसी टेबलेट खिलाया जाएगा । हर साल खिलाई जाने वाली इस दवा के पांच साल तक सेवन करने से फाइलेरिया से पूर्ण प्रतिरक्षण प्राप्त होता है ।

फाइलेरिया के लक्षण :

•    हाथ, पैर और महिलाओं के स्तन में  सूजन, पुरुषों में हाइड्रोसील की परेशानी भी होती है ।
•    यह क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने से होता है जो गंदे पानी में पैदा होते हैं ।
•    फाइलेरिया जैसी बीमारी में सामान्य तौर पर  मौत तो नहीं होती लेकिन होने वाली  दिव्यांगता से जिंदगी मौत से भी बदतर हो जाती है ।

सुविधा निःशुल्क है : डीएमओ ने बताया कि जिला अस्पताल में हाइड्रोसील की प्रत्येक कार्यदिवस में निःशुल्क सर्जरी होती है । जिस इलाके में मरीज ज्यादा होते हैं वहां कैंप लगा कर भी निःशुल्क सुविधा दी जाती है । सभी ब्लॉक स्तरीय सरकारी अस्पतालों से फाइलेरिया मरीजों के रूग्णता प्रबंधन की  किट का निःशुल्क वितरण  कराया जा रहा है । फाइलेरिया के लक्षण दिखते ही समय से जांच करा कर उपचार करवाना चाहिए ताकि यह और जटिल न हो सके । बीमारी की  जांच के लिए लालकोठी स्थित फाइलेरिया ऑफिस में नाइट जांच क्लिनिक भी प्रत्येक कार्यदिवस में संचालित की जा रही है । इसकी दवा निःशुल्क है ।