यूपी योद्धा ने पुनेरी पल्टन को रौंदते हुए सेमी-फाइनल में प्रवेश किया



बेंगलुरु - जीएमआर समूह की पीकेएल फ्रेंचाइजी यूपी योद्धा ने सोमवार रात प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) सीजन आठ के पहले एलिमिनेटर में पुनेरी पल्टन को 42-31 से रौंदते हुए अपने पहले सेमीफाइनल में प्रवेश किया, जहां उनका सामना लीग टॉपर्स पटना से होगा । बेंगलुरु के शेरेटन ग्रैंड व्हाइटफ़ील्ड होटल और कन्वेंशन सेंटर में अप्रत्याशित प्रदर्शन करते हुए योद्धाओं ने अपने रिकॉर्ड ब्रेकर सुपरस्टार एवं "डुबकी किंग" नाम से प्रसिद्ध प्रदीप नरवाल के नेतृत्व में बेहतरीन टीम खेल दिखाया और प्रदीप ने अपने क्लास को एक बार फिर से प्रस्तुत करते हुए सर्वाधिक 18 अंक हासिल किए वहीं सुमित ने मैच में अपना 'हाई फाइव' अर्जित किया।

यूपी योद्धा ने पांच डिफेंडर्स और दो रेडर के साथ 5-2 के फार्मेशन के साथ शुरुआत की। कप्तान नीतेश कुमार ने टॉस तो ज़रूर जीता लेकिन वैसी शुरुआत नहीं कर पाए जिसकी वो उम्मीद लागए हुए थे क्योंकि पहले सात मिनट में पुनेरी पल्टन द्वारा ऑल आउट होने के बाद योद्धाओं ने खुद को 1-9 से पीछे पाया। योद्धा खेल के पहले पांच मिनट में कोई अंक नहीं अर्जित कर पाए थे और सातवें मिनट में उनका पहला टच पॉइंट आया।

इसके तुरंत बाद नरवाल ने अपना पहला अंक हासिल किया लेकिन वह सुरेंद्र गिल ही थे जिन्होंने पांच मिनट में तेज़ी के साथ तीन अंकों कमाते हुए योद्धाओं की वापसी में मुख्य भूमिका निभाई, हालांकि वह पुरे मैच में पांच अंक ही कमा पाए। योद्धाओं ने अगले सात मिनट में पुनेरी पलटन को ऑल आउट करते हुए पूर्ण रूप से वासपी की और जल्द ही स्कोर 10-10 हो गया। इसके बाद नितेश ने शानदार एंकल होल्ड के साथ योद्धाओं को पहली बार बढ़त दिलाई।

मैच के आगे बढ़ते हुए प्रदीप नरवाल ने एलिमिनेटर 1 को पूरी तरह से अपने नाम कर लिया जिसमें उन्होंने पहले, 'पांच अंकों' का 'सुपर रेड' किया फिर उसके बाद तीन अंकों का एक रेड किया और इससे पहले कि पुनेरी पल्टन को इस बात का जब तक एहसास होता, वे पहले हाल्फ के अंत में यूपी योद्धा द्वारा 17-25 से पिछड़ चुके थे। जैसे ही दूसरा हाफ शुरू हुआ, नरवाल ने पुनेरी पल्टन की वापसी की उम्मीद जल्द ही बुझा दी क्योंकि उन्होंने एक और 'तीन अंकों' का 'सुपर रेड' किया। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता गया, योद्धाओं की बढ़त बढ़ती रही और जब खेल में 10 मिनट से कम का समय बचा था तब पहले स्ट्रेटेजिक टाइम-आउट की समाप्ति के साथ योद्धाओं ने 36-25 के स्कोर के साथ 11 अंकों के अंतर को लम्बा कर दिया था और उस समय नरवाल 16 रेड अंक अर्जित कर चुके थे। जैसे-जैसे अंत करीब आता गया, योद्धाओं ने अपने पेशेवर अंदाज़ में खेलते हुए 11 अंकों के अंतर को बरकरार रखा और इसी अंतर के साथ 42-31 से मैच अपने नाम किया।