संतकबीरनगर - जिले में अब अनेक गरीबों के पास छप्पर नहीं, पक्का मकान बन चुका है। अब इन्हें तेज बारिश व आंधी में घर के ढहने की चिता नहीं सताती। अब न सिर्फ इनके बरसात के दिन-रात निश्चिंत भाव से कटते हैं बल्कि आंधी-तूफान के दिनों में भी यह निश्चिंतता बनी रहती है।
पिछले सत्र के 19 हजार 258 व चालू वित्तीय सत्र के 3 हजार 436 प्रधानमंत्री आवास बनकर तैयार हैं। प्रत्येक लाभार्थी को आवास बनाने के लिए तीन किस्तों में प्रोत्साहन राशि के रूप में 1.20 लाख रुपये मिले हैं। इस योजना से गरीबों का जीवन संवरने लगा है।
आंकड़े बताते हैं कि वित्तीय सत्र 2020-21 में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत जिले के नौ ब्लाकों में 21 हजार 557 पात्रों को आवास से लाभान्वित करने का लक्ष्य मिला था। जांच रिपोर्ट के आधार पर 21 हजार 548 आवास स्वीकृत हुए थे। 21 हजार 519 को पहली, 21 हजार 113 को दूसरी व 18 हजार 083 लाभार्थियों को तीसरी किस्त भी मिल चुकी है। अब तक इनमें से 19 हजार 258 आवास पूर्ण रुप से बनकर तैयार हैं। इसी तरह से वित्तीय सत्र 2021-22 में जिले के नौ ब्लाॅकों के 12 हजार 324 पात्रों को आवास योजना का लाभ देने का लक्ष्य मिला था। जांच रिपोर्ट के आधार पर 11 हजार 745 आवास स्वीकृत हुए थे। इसमें 10 हजार 930 को पहली, 7410 को दूसरी व 1971 को तीसरी किस्त मिली थी। अब तक 3 हजार 436 आवास पूर्ण रूप से बनकर तैयार है।
इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को पहली किस्त के रूप में 40 हजार रुपये, दूसरी किस्त के रूप में 70 हजार रुपये व तीसरी किस्त के रूप में 10 हजार रुपये मिल रहे हैं। यानी तीन किस्त में कुल एक लाख 20 हजार रुपये का सहयोग मिल रहा है। यह धनराशि एक गरीब परिवार के लिए बड़ा सहयोग साबित हो रहा है। इस सहयोग से गरीबों के छत का सपना पूरा हो रहा है।