यूपी योद्धा का पीकेएल सीजन आठ के फाइनल में पहुंचने का सपना टूटा



बेंगलुरू - प्रो कबड्डी लीग खेलने वाली जीएमआर ग्रुप की फ्रेंचाइजी यूपी योद्धा तीन बार की चैंपियन पटना पाइरेट्स के हाथों 27-38 से हारकर फाइनल की दौड़ से बाहर हो गयी है। योद्धा के स्टार रेडर अपनी चमक बिखेरने में नाकाम रहे और इसी के साथ पाइरेट्स ने हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए अपने चौथे पीकेएल फाइनल में जगह बनायी। यूपी योद्धा के लिए सब्स्टिट्यूट के तौर पर मैट पर उतरे श्रीकांत जाधव ने अपना ''सुपर 10'' अर्जित करते हुए छाप छोड़ने की कोशिश की।

योद्धा के कोच जसवीर सिंह ने पुनेरी पलटन के खिलाफ प्ले-ऑफ जैसे ही पांच डिफेंडर दो रेडर्स को मैट पे भेजा। एक बार फिर से योद्धाओं के विरोधियों ने शुरुआती अंक जुटाए लेकिन उसके कुछ ही देर बाद योद्धाओं ने स्कोर 3-4 करते हुए मैच के रोमांचक होने के संकेत दिए।

हालांकि पाइरेट्स रेडर गुमनाम सिंह जिन्होंने मैच में आठ अंकों के साथ शानदार खेल दिखाया, उन्होंने 2 अंकों की रेड करके पहले हाफ को पटना के पक्ष में कर दिया। पाइरेट्स ने 8-4 की बढ़त बना ली। योद्धा पटना की गति को रोकने में असमर्थ रहे, वहीं स्टार रेडर प्रदीप नरवाल और सुरेंद्र गिल भी लय नहीं पकड़ पा रहे थे। पहले हाफ के 10वें मिनट में पटना ने योद्धाओं को पहला ऑलआउट देते हुए स्कोर 11-4 के साथ अपने कब्ज़े में कर लिया।

इसके बाद पटना की बढ़त बढ़ती ही चली गयी एवं पहले हाफ में 2 मिनट बचे रहने पूर्व उन्होंने योद्धाओं को दूसरी बार ऑलआउट करते हुए पाइरेट्स ने पहले हाफ को 23-9 से समाप्त किया।

हालांकि श्रीकांत जाधव जिन्होंने मैच से ''सुपर 10'' अर्जित किया उन्होंने कुछ प्रयास जरूर किया एवं योद्धाओं के डिफेंस विभाग का नेतृत्व कर रहे आशु सिंह ने भी पांच टैकल अंकों के साथ हाथ पैर मारने की भरपूर कोशिश की परन्तु तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

यूपी योद्धा के सुपरस्टार रेडर प्रदीप नरवाल ने 18वें मिनट के बाद अपना पहला अंक अर्जित करने के बाद, दूसरे हाफ में बेहतर प्रदर्शन किया और मैच में पांच अंक अर्जित किये। मैच खत्म होने में सिर्फ ढाई मिनट बचे रहते हुए प्रदीप ने अपने साथियों के साथ मिल कर पटना पाइरेट्स को मैच में पहली बार ऑलआउट किया जिससे स्कोर 27-34 तक पहुंच गया। एक बारी ऐसा लगा की योद्धा मैच के आखिरी मिनटों में कुछ कमाल करेंगे लेकिन पटना के डिफेंडर्स ने प्रदीप को टैकल करते हुए योद्धाओं के फाइनल में पहुंचने के सपने को तोड़ दिया।