यूक्रेन से लौटे 15 छात्रों से मिले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ



गोरखपुर - उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यूक्रेन से सुरक्षित वापस लौटे गोरखपुर के 15 छात्रों से मुलाकात की। गोरखनाथ मंदिर में हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने छात्रों का हालचाल पूछा। उनका हौसला बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशन में सबकुछ ठीक होगा। बातचीत के दौरान छात्र अपने कटु अनुभव बताकर भावुक हो रहे थे। इस दौरान कई ऐसा प्रसंग भी आया जब उसको सुनकर आदित्यनाथ अपने आंसू नहीं रोक पाए।

आदित्यनाथ ने कहा कि युद्ध की इस विभीषिका में उत्तर प्रदेश के एक-एक छात्र की सकुशल घर वापसी होगी। छात्रों का पठन-पाठन भी जारी रहे, इसका भी इंतजाम प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में करने के प्रयास जारी हैं।

छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने कहा कि देश से 6000 किलोमीटर दूर परदेस में युद्ध के बीच अपने लोगों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार के प्रयासों को काफी सराहा जा रहा है। दूसरे देशों के साथी छात्र भी प्रधानमंत्री मोदी की सराहना कर रहे हैं। छात्रों ने बताया कि रोमानिया और हंगरी का बॉर्डर सिर्फ भारतीय छात्रों एवं नागरिकों के लिए ही खोले जा रहे हैं। वहां हम सब मानते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है। इतना ही नहीं, छात्रों से संवाद में मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन गंगा की सफलता को ऐतिहासिक बताया।

छात्रों ने जब अपने कटु अनुभवों को साझा करना शुरू किया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें गंभीरता से सुनना शुरू किया। इनके दिक्कतों को सुनकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए। कुछ देर तक निःशब्द सीएम की आंखों में दर्द साफ झलक रहा था। इस मुलाकात में छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी मौजूद रहे। बता दें कि इसके पूर्व लखनऊ में बीते रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूक्रेन से लौटे 52 छात्रों से मुलाकात की थी। ये छात्र भी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के रहने वाले थे।

इन छात्रों ने की मुलाकात : प्रियांशी गुप्ता, रक्षा श्रीवास्तव, सौभ्या राज, विपुल शुक्ला, हरि मोहन कुमार, हर्षिता कौशल उपाध्याय, आयुष द्विवेदी, छयनिका सिंह, काजल कश्यप, खुशी कश्यप, सृष्टि सिंह, पवन कुमार यादव, अमन कुमार दूबे, निखिल तिवारी, अखिलेश कुमार ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मुलाकात की। ये सभी छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे।