गोवा - जमशेदपुर एफसी के सामने केरला ब्लास्टर्स को रोककर हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2021-22 के फाइनल में अपनी संभावना को जीवित करने की चुनौती होगी, जब ये दोनों टीमें आज रात को वास्को डे गामा स्थित तिलक मैदान स्टेडियम में खेले जाने वाले पहले सेमीफाइनल के दूसरे चरण में भिड़ेंगी।
दो चरणों वाले सेमीफाइनल के पहले मैच में केरला ने सहल अब्दुल समाद के गोल से लीग शील्ड विजेता जमशेदपुर को 1-0 से हराया था। लेकिन केरला के कोच इवान वुकोमैनोविच को अच्छी तरह से मालूम है कि जमशेदपुर अपनी पूरी ताकत के साथ पलटवार करके कभी भी वापसी कर सकती है।
जमशेदपुर ने 20 मैचों से 43 अंक लेकर कुछ रिकॉर्ड तोड़ते हुए न केवल पहली बार लीग शील्ड पर कब्जा किया बल्कि पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई। यह मेन ऑफ स्टील के लिए एक शानदार सीजन रहा है और कोच ओवेन कोयल चाहेंगे कि उनकी टीम पहले चरण का परिणाम भूलाकर अगले मैच पर ध्यान लगाए।
कोयल ने कहा, "हम अपना दृष्टिकोण नहीं बदलेंगे। जमशेदपुर को देखने वाला प्रत्येक व्यक्ति जानता है कि हम हर मैच जीतने के लिए जाते हैं। अगर हमें फाइनल में जाना है तो हमें यह मैच जीतना होगा। इसलिए हमें गोल करने होंगे। हमारा दृष्टिकोण वही होगा, जैसे कि एटीके मोहन बागान के खिलाफ था, यही वो मैच था जिसे जीतकर हमें शील्ड पर कब्जा सुनिश्चित करना था। हम विरोधियों का सम्मान करते हैं और हम जानते हैं कि वे कितने अच्छे हैं। हम कोशिश करेंगे और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देंगे।" उन्होंने आगे कहा, "हम शुक्रवार रात की हार से आहत थे, जिससे हमारी जीत का सिलसिला टूट गया। अब हम फाइनल में पहुंचना चाहते हैं।"
केरला से हारने से पहले जमशेदपुर ने लगातार सात मैच जीते थे। डैनियल चीमा चुक्वु ने पहले चऱण के मैच में दो सुनहरे मौके गंवाए थे जबकि ग्रेग स्टीवर्ट का दिन खऱाब था। लेकिन कोच कोयल को उम्मीद होगी कि ये दोनों फॉरवर्ड स्कोर करेंगे, क्योंकि इनसे गोल की दरकार है।
उधर, केरला के लिए सहल का गोल मौके पर आया। सहल के लिए यह सीजन यादगार रहा है और वह छह गोल के साथ भारतीय स्कोररों में संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं। वह लिस्टन कोलासो से महज दो गोल पीछे हैं, जो सीजन में अब तक आठ गोल कर चुके हैं। रुइवा होर्मिपम केरला की डिफेंस को मजबूती से संभाल रहे हैं। 21वर्षीय सेंटर-बैक के लिए यह सीजन सफल रहा है। होर्मिपम ने पहले चरण में मार्को लेस्कोविच के साथ मिलकर जमशेदपुर को फाइनल थर्ड में खुलकर नहीं खेलने दिया था।