• चार कालेजों के 100 एनएसएस छात्र प्रशिक्षित
• लखनऊ विश्वविद्यालय और एक कालेज में जल्द दी जाएगी ट्रेनिंग
लखनऊ - स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर आमजन को जागरूक करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पीयर एजुकेटर बनाने का सिफ्सा का प्रयास जारी है। ये पीयर एजुकेटर अपने कालेज के साथियों, समुदाय और मलिन बस्तियों में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे।
एनएचएम के डिवीजनल प्रोजेक्ट मैनेजर राजा राम यादव ने बताया कि जिले के पांच डिग्री कालेज और लखनऊ विश्वविद्यालय से पीयर एजुकेटर चुने गए हैं। हर कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) से 25 छात्रों को चुना गया है और इन सबको प्रशिक्षित कर पीयर एजुकेटर बनाया गया है। पीयर एजुकेटर उन लोगों को कहते हैं जो स्वास्थ्य विभाग से नहीं होते हैं लेकिन प्रशिक्षण पाने के बाद समाज के अन्य लोगों को जागरूक करने के काम आते हैं। उन्होंने बताया कि पांच कालेजों में गुरुनानक डिग्री कालेज, अवध कालेज, रामधीन कालेज, श्रीराम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय शामिल हैं
इसी क्रम में नेशनल पीजी कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों को दो दिवसीय ट्रेनिंग दी गई। श्री यादव ने बताया कि दो दिन में छात्रों को स्वास्थ्य से जुड़े सभी मुद्दों जैसे लैंगिक समानता, मानसिक स्वास्थ, नशा उन्मूलन आदि के बारे में जानकारी दी गई। अब ये छात्र कालेज के अपने साथियों, अपने समाज के लोगों, मलिन बस्तियों व गांवों में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे। उन्होंने बताया कि नेशनल कालेज में काउंसिलिंग सेंटर की भी स्थापना की गई है जिसमें ये पीयर एजुकेटर अन्य छात्रों को परामर्श देंगे।
कालेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह ने सभी पीयर एजुकेटर को प्रमाणपत्र और बैज देकर सम्मानित किया। इस मौके पर कालेज की एनएसएस प्रमुख डॉ. रीना श्रीवास्तव, डॉ. अर्चना सिंह और डा. श्वेता सिन्हा भी मौजूद रहीं।