नई दिल्ली - केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रमुख टेलीमेडिसिन सेवा "ई-संजीवनी" ने एक दिन में 1.7 लाख परामर्श देने का रिकार्ड बनाया है। इसी के साथ देश में अब तक 3 करोड़ से ज्यादा टेली-परामर्श दिए गए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा ने 3 करोड़ टेली-परामर्श को पार कर लिया है। ई संजीवनी के माध्यम से दो तरह से स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। जिसमें से एक ई-संजीवनी आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के माध्यम से डॉक्टर-टू-डॉक्टर टेलीमेडिसिन सेवा है और दूसरी ई संजीवनी ओपीडी सेवा है।
डॉक्टर-टू-डॉक्टर टेलीमेडिसिन सेवा हब-एंड-स्पोक मॉडल पर आधारित है। हब के माध्यम से डॉक्टरों और विशेषज्ञों को परामर्श की सुविधा प्रदान करता है। वर्तमान में, ई संजीवनी लगभग 50 हजार स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में कार्यरत है।
वहीं, ई संजीवनी ओपीडी का लाभ उठाने के लिए 30 लाख लोगों ने इसे डाउनलोड किया है। इस टेलीमेडिसिन सेवा से लोग अपने घरों में ही आउट पेशेंट सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। टेलीमेडिसिन सेवा ने कोरोना के दौरान काफी योगदान दिया और इसने अस्पतालों पर भार कम किया और रोगियों को चिकित्सा पेशेवरों से डिजिटल एवं दूरस्थ रूप से परामर्श करने में मदद की।