लखनऊ - राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को बक्शी का तालाब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया |
इस मौके पर बलरामपुर अस्पताल के मनोचिकित्सक डा. अभय सिंह ने कहा - मानसिक स्वास्थ्य पर लोग बात करने से अब भी हिचकते हैं, जबकि मनोरोग अन्य रोगों के समान ही है | शरीर में किसी प्रकार का कष्ट होने से जिस तरह सेव्यक्ति अपने कार्यों को कुशलतापूर्वक करने में अक्षमहो जाता है उसी प्रकार मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होने पर भी वह अपने कार्यों को कुशलता से करने में अक्षम होता है | आज के इस तनाव भरे जीवन में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है | मानसिक स्वास्थ्य संबंधी भ्रमों को दूर करने एवं समाज के अंतिम व्यक्ति तक मानसिक स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराना बहुत जरूरी है | समय से बीमारी की पहचान होने पर इलाज भी आसानी से हो जाता है |
बलरामपुर जिला अस्पताल में रविवार को छोड़कर सभी कार्य दिवसों में कक्ष नंबर - 110 और 112 में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी ओपीडी चलती है, जहां पर मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर निशुल्क जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है | इसके साथ ही सीएचसी पर मानसिक स्वास्थ्य के प्रशिक्षित चिकित्सक उपलब्ध रहतेहैं | इसके अलावा हर माह के दूसरे मंगलवार को जिले से मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम सीएचसी पर आकर स्वास्थ्य सेवाएं देती है |
शिविर में 42 मनोरोगियों की काउंसिलिंग की गयी व उपचार की सुविधा प्रदान की गयी | शिविर में आठ मनोरोगियों को प्रमाणपत्र दिये गये व नौ मनोरोगियों कोमानसिक स्वास्थ्य की अग्रिम जाँच के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय संदर्भित किया गया | इस मौके पर सीएचसी अधीक्षक डा.जे.पी.सिंह, मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता रवि द्विवेदी, जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के मूल्यांकन अधिकारी श्रवण कुमार, कम्युनिटी नर्स संजय कुमार, केस रजिस्ट्री असिस्टेंट आदेश पांडे, वार्ड असिस्टेंट सैयद कल्बे राजा तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे ।