गरीबों के सशक्तिकरण का प्रतीक हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने घर : प्रधानमंत्री मोदी



- कुछ दलों ने गरीबों को सशक्त करने के केवल नारे लगाये
- 2014 से अब तक 4 करोड़ से अधिक फर्जी राशन कार्ड किये रद्द

नई दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत गरीबों को पक्का घर देने की योजना को भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि गांवों में बने मकान सिर्फ संख्या नहीं बल्कि गरीबों के सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद इस काम में तेजी आई है।

प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के तहत 5.21 लाख घरों के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार देश में अब तक पीएमएवाई योजना के तहत 2.5 करोड़ घर बना कर दे चुकी है। इसमें दो करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में कोरोना के बावजूद इस काम को धीमा नहीं पड़ने दिया गया है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांवों में बने ये सवा पांच लाख घर, सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है। ये सवा पांच लाख घर, देश में सशक्त होते गरीब का पहचान हैं। गरीबों को अपना पक्का घर देने का ये अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं है। ये गांव को, गरीब को विश्वास देने की प्रतिबद्धता है। ये गरीब को गरीबी से बाहर निकलने की हिम्मत देने की पहली सीढ़ी है।

2014 से पहले केंद्र की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कुछ लाख घर ही बनवाये थे। वहीं हमारी सरकार गरीबों को करीब-करीब 2.5 करोड़ घर बना कर दे चुकी है। इसमें दो करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में कोरोना के बावजूद इस काम को धीमा नहीं पड़ने दिया गया है।

केंद्र सरकार की महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो घर बने हैं, उनमें से करीब-करीब दो करोड़ घरों पर मालिकाना हक महिलाओं का भी है। इस मालिकाना हक ने, घर के दूसरे आर्थिक फैसलों में भी महिलाओं की भागीदारी को मजबूत किया है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं की परेशानी को दूर करने के लिए हमने हर घर जल पहुंचाने का बीड़ा भी उठाया है। बीते ढाई साल में इस योजना के तहत देशभर में 6 करोड़ से अधिक परिवारों को शुद्ध पेयजल कनेक्शन मिल चुका है।