नई दिल्ली - भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। यहां मोदी ने कहा कि बीजेपी एक भारत, श्रेष्ठ भारत के मंत्र पर चल रही है। पीएम ने वो तीन बातें भी बताई जिनकी वजह से बीजेपी का 42वां स्थापना दिवस और ज्यादा खास हो गया है। इससे पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम योगी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था।
उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि का 5वां दिन है और इस दिन मां स्कंधमाता की पूजा की जाती है। उनका आसन कमल है और दोनों हाथों में भी वह कमल ही रखती हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि मां का आशीर्वाद देश के हर नागरिक और भाजपा के कार्यकर्ता को मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा के लोगों ने देश के लिए खुद को खपाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब लोगों ने मान लिया था कि सरकार कोई भी आए, देश का कुछ नहीं होगा। लेकिन आज बदलाव है और लोग मानते हैं कि देश बदल रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज भारत दुनिया में अपने हितों के लिए अडिग होकर खड़ा है।
ऐसे वक्त में जब दुनिया दो गुटों में बंटी है, तब भारत को ऐसे देश के तौर पर देखा जा रहा है जो तटस्थ होकर बात कर सकता है। आज देश के पास नीतियां भी हैं और नीयत भी है। देश के पास आज निर्णय शक्ति भी है और निश्चिय शक्ति भी है। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आज हम लक्ष्य तय कर रहे हैं और उन्हें पूरा भी कर रहे हैं। पीएम मोदी ने भाजपा की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि आज हमारी पार्टी राज्यसभा में 100 के पार पहुंच गई है। बीते तीन दशकों में यह पहला मौका है, जब किसी दल की संख्या राज्यसभा में 100 के पार पहुंच गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए यह स्थापना दिवस तीन वजहों से बेहद अहम है। पहला यह कि इस साल देश अपनी आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। दूसरा यह कि तेजी से बदलती दुनिया में भारत ने अपनी मजबूत स्थिति दर्ज कराई और तीसरा यह कि भाजपा की सरकारें 4 राज्यों में वापस लौटी हैं और तीन दशकों के बाद किसी दल को राज्यसभा में 100 से ज्यादा सीटें मिल पाई हैं।
इस दौरान पीएम मोदी ने खुद को भी भाजपा का एक कार्यकर्ता बताया। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में ज्योतिबा फुले और बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती है। उनके स्मरण में हम अगले 15 दिन सामाजिक न्याय पखवाड़ा मनाने जा रहे हैं, इसके दौरान पार्टी मुझे भी जो आदेश देगी, वह काम मैं करूंगा।