लखनऊ व्यापार मंडल ने एलडीए व नगर निगम की कार्यप्रणाली पर जताई कड़ी आपत्ति



  • लखनऊ व्यापार मंडल की कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न

लखनऊ। लखनऊ व्यापार मंडल की कार्यकारी समिति की बैठक आज व्यापार भवन, गौतम बुद्ध मार्ग पर अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का संचालन वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा ने किया। बैठक में शहर के विभिन्न बाजारों से आए व्यापारियों ने एलडीए एवं नगर निगम की नीतियों के खिलाफ कड़ा रोष व्यक्त किया और कहा कि लगातार नोटिस जारी करके पुराने व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है, जो अनुचित है। बुद्धेश्वर परिक्षेत्र के प्रभारी राम शंकर राजपूत ने बताया कि 35 वर्ष पूर्व बनी दुकानों को एलडीए द्वारा नोटिस भेजे जा रहे हैं, जबकि व्यापारी वर्षों से किराया एवं कर समय पर जमा कर रहे हैं। इसे उन्होंने व्यापारियों के प्रति उत्पीड़न की कार्रवाई बताया। इसी प्रकार चारबाग, गुरुनानक मार्केट, अमीनाबाद और मोहन मार्केट के व्यापारियों ने भी अपनी समस्याएं रखते हुए कहा कि उनकी दुकानें लगभग 70 वर्ष पुरानी हैं, इसलिए नगर निगम द्वारा इन्हें स्वामित्व (मालियत) का अधिकार प्रदान किया जाना चाहिए। उन्होंने नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा व्यापारियों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार और मनमानी पर भी चिंता व्यक्त की।

इस पर अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि सरकार स्वदेशी अपनाने की बात करती है, लेकिन 70 वर्ष पुरानी स्वदेशी दुकानों को स्वदेशी मान्यता क्यों नहीं दी जा रही? जब हमारी दुकानें ही स्वदेशी होंगी, तभी उनमें बिकने वाला सामान भी स्वदेशी होगा। बैठक में उपस्थित सभी व्यापारियों ने एक स्वर में कहा कि यदि एलडीए व नगर निगम द्वारा व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं रोका गया, तो व्यापार मंडल एक व्यापक आंदोलन करेगा।

बैठक में प्रमुख रूप से राजेन्द्र कुमार अग्रवाल, अमरनाथ मिश्रा, पवन मनोचा, देवेन्द्र गुप्ता, अभिषेक खरे, रिंकू यादव, विशाल चौरसिया, अनुराग मिश्रा सहित सैकड़ों व्यापारी उपस्थित रहे।