डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम से निजी चिकित्सकों को जोड़ने की पहल



  • सर्दियों में होने वाली डायरिया के बारे में बताया गया
  • बैठक में टीकाकरण की रिपोर्टिंग पर भी हुई विस्तार से चर्चा
  • पीएसआई इंडिया व केनव्यू के सहयोग से चलाया जा रहा कार्यक्रम

मुरादाबाद । स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में जनपद में चलाये जा रहे ‘डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम से निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम और निजी चिकित्सकों को भी जोड़ने की एक पहल की गयी है। इस सम्बन्ध में बुधवार को मुख्य चिकत्सा अधिकारी कार्यालय में एक बैठक हुई, जिसमें निजी क्षेत्र के अस्पतालों के प्रतिनिधियों और निजी चिकित्सकों ने भाग लिया। बैठक में निजी चिकत्सकों के पास आने वाले डायरिया केस के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। चिकित्सकों ने सहमति भी जताई कि वह इस दिशा में हरसम्भव सहयोग करेंगे ताकि डायरिया केस की सही रिपोर्टिंग हो सके और उसके निदान की दिशा में उचित कदम उठाये जा सकें। बैठक में 23 निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों और 15 निजी चिकित्सकों ने भाग लिया।   

बैठक की अध्यक्षता करते हुए उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. शर्मा ने सर्दियों में होने वाली डायरिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल और चिकित्सक क्लिनिक पर ओआरएस कार्नर बनायें ताकि लोगों की डायरिया की स्थिति में ओआरएस की उपयोगिता की सही जानकारी आसानी से मिल सके। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ. सी.पी. सिंह ने कहा कि जो निजी अस्पताल एचएमआईएस पर मैप नहीं हैं उनको मैप करने में सहयोग किया जाये। उन्होंने ओआरएस कार्नर बनाये जाने के प्रमुख बिन्दुओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि केस की सही रिपोर्टिंग होने से सरकार स्वास्थ्य सेवाओं का आकलन कर उनकी गुणवत्ता में सुधार के लिए नीतियां तैयार करती है और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं।

इस मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक रघुबीर सिंह, जिला कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक चंद्रशेखर, अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर  प्रमोद कुमार, एचएमआईएस से राजीव, जेएसआई से रजनी त्यागी एवं राबिया एवं पी एस आई इंडिया से मोहम्मद रिजवान एवं ममता सैनी आदि उपस्थित रहे।