- 15 स्टार्टअप आइडिया का किया गया चयन, विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब का इन्क्युबेशन सेंटर हर तरह से करेगा मदद
लखनऊ - उद्यमिता विकास और स्टार्टअप के क्षेत्र में आगे बढ़ने का सपना देख रहे छात्रों और ऐसे छात्र जिनके पास अपना कोई यूनिक आइडिया है, वो उसे साकार करने में डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय पूरा सहयोग करेगा। इस दिशा में इनोवेशन हब के इन्क्युबेशन सेंटर की मदद से विश्वविद्यालय ने अपना कदम आगे बढ़ा दिया है। कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के इन्क्युबेशन सेंटर ने प्रदेश के 15 स्टार्टअप आइडिया को चयनित कर उसे साकार करने के लिए हर तरह की मदद और सुविधा देने का काम शुरू किया है।
कुलपति का विजन है कि विश्वविद्यालय उद्यमिता और नवाचार के क्षेत्र में जितना हो सके सहयोग प्रदान करे। इसी क्रम में इन्क्युबेशन सेंटर की ओर पिछले दिनों स्टार्टअप आइडिया के लिए इनक्युबेटीज से आवेदन मांगे गये थे। प्रदेश भर से 297 लोगों ने आवेदन किया था। जिसमें से अंतिम रूप से 15 स्टार्टअप आइडिया का चयन किया गया है। इन चयनित इनक्युबेटीज के लिए मंगलवार को एक जानकारी सत्र का आयोजन किया गया। सेंटर की ओर से उन्हें मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया गया। साथ ही प्रयोगशालाओं का भी निरीक्षण कराया गया।
चयनित इन्क्युबेटीज को इनोवेशन सेंटर की ओर से कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। उनके स्टार्टअप आइडिया को बनाने में सेंटर की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ मेंटॉर को जोड़ा गया है। जो समय-समय पर इन्क्युबेटीज को सुझाव देंगे। जरूरत पड़ने पर उनकी मदद भी करेंगे। जिससे कि स्टार्टअप आइडिया को कॉमर्सलाइज करने में सहयोग मिल सके।
इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने बताया कि चयनित इन्क्युबेटीज को सेंटर स्थित सभी प्रयोगशालाओं का लाभ भी मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि अपने स्टार्टअप आइडिया को साकार करने के लिए इन्क्युबेटीज सेंटर स्थित एडवांस फैब्रिकेशन लैब, एआइसीटी आइडिया लैब, आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस, इंडस्टियल रोबोटिक्स, गूगल कोडिंग, थ्री डी प्रिंटिंग, साइबर सेमुलेशन, साइबर सिटी सिक्योरिटी, सेंसर लैब, आइओटी लैब, नैनोकरेक्टराइजेशन व एनर्जी कन्वर्जन लैब की सुविधा निःशुल्क मिलेगी। जिससे कि उनका काम और आसान हो सके।
इसके अलावा चयनित इन्क्युबेटीज को अपने आइडिया और स्टार्टअप के लिए सेंटर में कोवर्किंग स्थान भी दिया जाएगा। सेंटर के विशेषज्ञ तकनीकी सहित अन्य कामों में उनकी सहायता भी करेंगे। कुछ इन्क्युबेटीज को लैब विशेषज्ञों के मार्गदर्शन के बाद फंड भी दिया जाएगा। जिससे कि वो बिना किसी पर बोझ बने अपने स्टार्टअप आइडिया को साकार करने में अपनी पूरी क्षमता का प्रयोग कर सकें।
कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने चयनित इन्क्युबेटीज को शुभकामना दी। वहीं प्रोफेसर इंचार्ज प्रो0 संदीप तिवारी ने भी मार्गदर्शन किया। इनोवेशन के क्षेत्र में लंबा अनुभव रखने वाले और देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के संस्थापक कुलपति प्रो0 एसपी मिश्र ने इन्क्युबेटीज का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि आप लोग बेहद खास हैं। बहुत से लोग बने बनाये रास्तों पर चलते हैं लेकिन आप अपने लिये नये रास्ते बनाने जा रहे हैं। इस काम में पूरी ईमानदारी और मेहनत से लग जाइये। निश्चित ही सफल होंगे।
सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडी के हेड प्रो0 एमके दत्ता ने कहा कि सपने हमेशा बड़ा देखिये। आपने जो काम अपने हाथ में लिया है उसे पूरा करने के लिए जोर लगा दीजिए। इनोवेशन हब के समन्वयक डॉ अनुज शर्मा ने इन्क्युबेटीज को सेंटर की जानकारी दी। कार्यक्रम का संयोजन इनोवेशन हब की मैनेजर वंदना शर्मा और सहयोग रितेश सक्सेना ने किया।