मुंबई - दिल्ली कैपिटल्स को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब उनके ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिचेल मार्श कोरोना संक्रमित पाए गए। अब आईपीएल के नियमानुसार मार्श को कम से कम एक हफ़्ते के लिए चरंटीन में रहना होगा। इससे पहले टीम के फि़जिय़ो पैट्रिक फऱहार्ट भी कोरोना पॉजि़टिव पाए गए थे। इसके अलावा दिल्ली की टीम से एक और सदस्य (मालिशिया) चरंटीन में चले गए थे।
पता चला है कि कैपिटल्स के दल के सभी सदस्यों का आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया गया। इस गतिविधि को मद्देनजऱ आईपीएल प्रबंधन निर्णय लेगा कि क्या कैपिटल्स की टीम 20 अप्रैल को पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ मैच खेलने के लिए पुणे की यात्रा कर पाएगी या नहीं। आरसीबी के विरुद्ध अपने पिछले मैच के दौरान मार्श रैपिड एंटीजन टेस्ट में सकारात्मक पाए गए थे। मार्श बल्लेबाज़ी के दौरान लय पकड़ नहीं पाए थे जो अंत में कैपिटल्स की हार का कारण बन गया।
फऱहार्ट आरसीबी के खिलाफ़ हुए मैच से एक दिन पहले कोरोना संक्रमित पाए गए थे। फ़ारहार्ट के कोविड पॉजि़टिव होने के बाद आईपीएल प्रबंधन ने दोनों टीमों से शारीरिक दूरी बरतने के लिए कहा था। समझा जा रहा है कि मार्श को लगातार दो आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजऱना पड़ा। पहला टेस्ट तो निगेटिव आया था लेकिन दूसरे टेस्ट में वह पॉजि़टिव पाए गए। इससे पहले यह रिपोर्ट की थी कि मार्श के दोनों टेस्ट की रिपोर्ट नकारात्मक आई थी।
दिल्ली कैपिटल्स ने बयान जारी करते हुए कहा, कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद मिचेल मार्श को अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैं। साथ ही दिल्ली कैपिटल्स बायो-बबल के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट पॉजि़टिव आई हैं। उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं और फ़ैंचाइज़ी उनकी देख रेख कर रही है। बायो-बबल के अन्य सदस्य फि़लहाल अपने कमरों में हैं और उनकी लगातार जांच की जाएगी।
आईपीएल के नियमों के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी टूर्नामेंट के बबल में पॉजि़टिव पाया जाता है तो उसे कम से कम सात दिन तक चरंटीन में रहना होगा। बबल में फिर से प्रवेश करने के लिए 24 घंटे के भीतर उनके दो आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने चाहिए। अगर किसी टीम के एक से अधिक खिलाड़ी कोविड पॉजि़टिव हैं, तो भी कम से कम 12 खिलाड़ी उपलब्ध होने पर वे मैच खेल सकते हैं, जिनमें कम से कम सात भारतीय खिलाड़ी और एक सब्स्टीट्यूट का होना अनिवार्य है। 12 से कम खिलाड़ी उपलब्ध होने पर आईपीएल प्रबंधन निर्णय लेगा।
इस गतिविधि ने सभी टीमों और आईपीएल को असमंजस में डाल दिया होगा। पिछले सीजऩ के दौरान भी टीमों में पॉजि़टिव केस आने के कारण आईपीएल को स्थगित कर दिया गया था। पिछले साल दिल्ली कैपिटल्स सहित कम से कम पांच टीमों के बबल में कोरोना मामले पाए गए थे।