लखनऊ - किशोर / किशोरी मानसिक स्वास्थ्य व तनाव प्रबंधन पर स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया | कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए बलरामपुर जिला अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य के विभागाध्यक्ष डॉ. देवाशीष शुक्ला ने छात्र छात्राओं को तनाव से मुक्त रहने और अवसाद से बचने के तरीकों के बारे में बताया |
डा. देवाशीष ने कहा – भागदौड़ भरी जिन्दगी और एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ हमारे जीवन में अवसाद, चिंता व तनाव जैसे अनेक मानसिक परेशानियों को जन्म देती है | ध्यान के जरिए इन पर काबू पाया जा सकता है | अगर सुबह और शाम दस-दस मिनट का ध्यान लगाएं तो बहुत हद तक तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं से निजात पा सकते हैं | किशोरावस्था एक ऐसी आयु है जिसमें हमारे शरीर में अनेक परिवर्तन होते हैं जो शरीर के साथ साथ मन को भी प्रभावित करते हैं | इस उम्र में मूड स्विंग होता है, एक उत्साह होता है | हम इस उत्साह में कुछ गलत कदम भी हम उठा लेते हैं | ऐसे में हमें अपने अभिभावकों से खुल कर बात करनी चाहिए | साथ ही आप काउंसलर की भी मदद ले सकते हैं | बलरामपुर चिकित्सालय कमरा नंबर 118 में मन कक्ष हैं जहां आप काउंसलर की मदद ले सकते हैं | अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं | साथ ही माहवारी के दौरान यदि कोई शारीरिक या मानसिक समस्या आ रही है तो उसका भी समाधान यहाँ किया जाता है |
कार्यशाला में डा विजया सेठी, मनोसामाजिक कार्यकर्ता रवि द्विवेदी, अमर पाल सिंह, डा अनिल प्रजापति और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं |