प्रदेश के 25 जनपद हुए चिन्हित जिसमे लखनऊ, प्रयागराज, आगरा, अलीगढ़, अयोध्या, आजमगढ़, बरेली, बस्ती, चित्रकूट, गोण्डा, गोरखपुर, गाजियाबाद, झांसी, कानपुर, कानपुर देहात, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, नोएडा, सहारनपुर, वाराणसी, हरदोई, बुलन्दशहर, जौनपुर तथा मुजफ्फरनगर शामिल
लखनऊ - प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता मेला आयोजन किये जाने हेतु प्रदेश के 25 जनपदों का चयन किया गया है। इन जनपदों में प्रत्येक माह के द्वितीय सोमवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता मेला का आयोजन किया जायेगा। अवकाश की स्थिति में अगले कार्य दिवस में यह मेला आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 25 जनपदों में आगरा, अलीगढ़, अयोध्या, आजमगढ़, बरेली, बस्ती, चित्रकूट, गोण्डा, गोरखपुर, गाजियाबाद, झांसी, कानपुर, कानपुर देहात, लखनऊ, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, नोएडा, प्रयागराज, सहारनपुर, वाराणसी, हरदोई, बुलन्दशहर, जौनपुर तथा मुजफ्फरनगर शामिल है। उन्होने कहा है कि अप्रेंटिशिप मेले के माध्यम से विभिन्न संस्थानों में अप्रेंटिशिप करने का एक सुनहरा अवसर युवाओं को दिया जा रहा है।
व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने बताया कि उद्योगो एवं अधिष्ठानों तथा एमएसएमई के प्रोत्साहन हेतु भारत सरकार द्वारा वर्ष 2016 से राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना एनएपीएस तथा प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना सीएमएपीएस को वर्ष 2020 को प्रारम्भ किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत प्रदेश सरकार द्वारा अप्रेंटसशिप करिए आत्मनिर्भर बनिए व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम, उद्यम संयुक्त रूप से अप्रेटसशिप मेले का आयोजन किया जा रहा है। अप्रेंटसशिप मेले मे प्रतिभाग करने की न्यूनतम योग्यता 5वीं उत्तीर्ण तथा न्यूनतम आयु 14 वर्ष है। अप्रेंटसशिप ट्रेनिंग के दौरान प्रति माह कम से कम 7000 रूपये का भुगतान किया जाता है।