- कोरोना के केस बढ़े, चालू हुए एल-वन और टू अस्पताल
बाराबंकी - कोरोना के मामले जिले में भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह से लगातार कोरोना के मामले मिलने से विभाग भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है और जिले के तीन अस्पतालों को एल-वन और एल-टू में तब्दील कर पूरी तरह से चालू हालत में ला दिया गया है। ये अस्पताल अब कोरोना पीड़ित मरीजों को भर्ती कर उपचार कर सकेंगे। सीएमओ ने संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। यहां कोरोना से बचाव के लिए लोगों को अभी सतर्क रहने की जरूरत है। अपने बचाव के लिए मास्क, शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य है। साथ ही अगर संक्रमण के लक्षण नजर आने पर तुरंत जांच कराएं । वही अभी टीकाकरण से वंचित लोग कोविड वैक्सीनेशन अवश्य करवा लें।
जिला प्रतिक्षण अधिकारी डा राजीव सिंह का कहना है कि जिले में पिछले एक सप्ताह के अंदर 14 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। हालांकि इन सभी को अभी होम आइसोलेशन में रखा गया है। लेकिन जिस तरह से कोरोना के मामले जिले में मिल रहे हैं उससे विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। जहां एक और सभी सीएचसी अधीक्षकों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैयार रहने के लिए कहा गया है वहीं सिरौलीगौसपुर स्थित सौ बेड के संयुक्त चिकित्सालय को एल-वन और सफेदाबाद स्थित हिंद अस्पताल तथा गदिया स्थित मेयो अस्पताल को एल-टू में तब्दील करते हुए सक्रिय कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने यहां के संचालकों को इन अस्पतालों में चिकित्सकों और कर्मचारियों की तैनाती के आदेश जारी करते हुए अन्य सुविधा उपलब्ध कराने को भी कहा है। इससे यदि किसी मरीज को इन अस्पतालों में भर्ती करना पड़ जाए तो उसे उपचार के दौरान किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। इसके अलावा यहां पर लगे ऑक्सीजन प्लांटों को भी चालू हालत में रखने को कहा गया है। ये अस्पताल पहले भी कोविड अस्पताल के रूप में तब्दील किए जा चुके हैं।
सीएमओ डॉ. रामजी वर्मा का कहना है कि जिले में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर को एल-वन तथा हिंद और मेयो अस्पताल को एल-टू बनाते हुए सक्रिय करा दिया गया है। यहां के संचालकों को कोविड से निपटने के सभी इंतजाम करने के आदेश दे दिए गए हैं। क्योंकि ये अस्पताल कोरोना काल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं इसलिए इन्हीं को फिर से कोविड अस्पताल के रुप में तब्दील किया गया है।