लखनऊ - विश्व जनसंख्या दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झण्डी दिखाकर जनजागरूकता बाइक रैली को रवाना किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और राज्यमंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मयंकेश्वर सिंह मौजूद थे। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के दृष्टिगत वर्ष 2022 को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर प्रदेश में बढ़ती जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए परिवार नियोजन कार्यक्रम से जुड़ी सेवाओं को ज्यादा से ज्यादा जनमानस के मध्य पहुंचाने की अपील की गई। इस वर्ष भारत सरकार द्वारा निर्धारित थीम है- परिवार नियोजन का अपनाओ उपाय, लिखो तरक्की का नया अध्याय।
जनजागरूकता रैली के शुभारम्भ स्थल पर जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जारी सर्वे के अनुसार मातृ मृत्यु दर में 30 प्वाइंट का सुधार आया है। शिशु मृत्यु दर में पांच प्वाइंट का सुधार आया है। सकल प्रजनन दर में तीन प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसमें शहरी में 1.9 एवं ग्रामीण में 2.5 है जिसे आगामी वर्षों में 2.1 तक लाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की। कहा कि वर्तमान में जनसंख्या स्थिरीकरण समाज की आवश्यकता है। हमारी सरकार प्रदेश की जनता को स्वस्थ जीवन प्रदान करने के अपने संकल्प को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रही है ताकि हर वर्ग के नागरिक तक बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सकें। प्रदेश सरकार द्वारा जन समुदाय के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए बहुत सी नवीन स्वास्थ्य योजनाएँ प्रारम्भ की गयी हैं और महानगरों से लेकर ग्रामीण स्तर पर उपकेन्द्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। परिवार नियोजन कार्यक्रम से जुड़ी विविध योजनाएं भी चलाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरूषों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से सास बहू सम्मेलन किया जा रहा है। इसी प्रकार मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है। समुदाय में लोगों को परिवार नियोजन के बारे में विशेष मुहिम के तौर पर जागरूक करने, उसकी स्वीकार्यता बढ़ाने तथा व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए प्रत्येक महीने की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जा रहा है। नवविवाहित दम्पत्तियों को परिवार नियोजन के बास्केट ऑफ च्वाइस साधनों की जानकारी देते हुए शगुन किट का वितरण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार आशाओं द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम से लाभार्थियों के घर तक गर्भनिरोधक सामाग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करा रही है। ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए परिवार नियोजन सेवाओं को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से टीकाकरण, पोषण एवं परिवार नियोजन विषय पर बल देने के लिए छाया जोड़ते हुए छाया स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2017 में प्रदेश के 57 जनपदों में मिशन परिवार विकास कार्यक्रम की शुरूआत की गयी, जिसका विस्तार अन्य 18 जनपदों में भी कर दिया गया है। जिससे इन जनपदों के जनमानस को भी लाभ प्रदान होगा तथा बढ़ी क्षतिपूर्ति धनराशि का भी लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी क्रियाशील एच.डब्ल्यू.सी. पर परिवार नियोजन परामर्श एवं सेवा के साथ टेली कन्सल्टेशन की सुविधा का अवलोकन किया एवं सी0एच0ओ0 से संवाद भी किया। सी0एच0ओ0 से संवाद के दौरान यह अपेक्षा की गयी कि सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर परिवार नियोजन के साथ-साथ सभी स्वास्थ्य सम्बन्धी टेली कन्सल्टेशन दिए जाएं ताकि समुदाय के लोग लाभांवित हो सके। उनके द्वारा चार नवविवाहित दम्पति को शगुन किट का वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री आवास से आरम्भ हुई जागरूकता रैली में बाइक सवार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। जनजागरूकता रैली का समापन सीएमओ कार्यालय पर हुआ। जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से समापन स्थल पर नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए गए।