मध्य प्रदेश के भोपाल में देश में पहली बार हिंदी में MBBS के पाठ्यक्रम का हुआ शुभारंभ



  • केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया शुभारंभ

भोपाल  - केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज मध्य प्रदेश के भोपाल में देश में पहली बार हिंदी में MBBS के पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज का दिन आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत के चिकित्सा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जिसे आने वाले समय में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि आज का दिन देश के शिक्षा क्षेत्र के पुनर्जागरण और पुनर्निर्माण का दिन है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति में प्राथमिक, टेक्निकल और मेडिकल शिक्षा में बच्चे की मातृभाषा को महत्व देकर एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक निर्णय लिया है।

अपने भाषण में अमित शाह ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने टेक्निकल और मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में कई परिवर्तन किए हैं। श्री शाह ने कहा कि 2014 में मेडिकल कॉलेज 387 थे जो बढ़कर 596 हो गए हैं, एमएमबीएस सीटों की संख्या को 51 हज़ार से बढ़ाकर 79 हज़ार कर दिया गया है। आईआईटी 16 थे जो अब 23 हैं, आईआईएम 13 थे जो अब 20 हैं और आईआईआईटी 9 थे जो अब बढ़कर 25 हो गए हैं। 2014 में देश में कुल विश्वविद्यालय 723 थे जिन्हें बढ़ाकर 1043 करने का काम केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति के माध्यम से हमारी भाषाओं के गौरव को प्रस्थापित करने और हमारी भाषाओं में ही टेक्निकल, मेडिकल और कानून की पढ़ाई की व्यवस्था पूरे देश में करने से देश में क्षमता की क्रांति आने वाली है।

इस दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में शुरू हो रही है और जल्दी ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिंदी में शुरू होगी और देशभर में 8 भाषाओं में इंजीनियरिंग की पुस्तकों का अनुवाद शुरू हो चुका है और कुछ ही समय में देश के सभी विद्यार्थी अपनी मातृभाषा में टेक्निकल और मेडिकल शिक्षा लेने की शुरूआत करेंगे।