लखनऊ(डेस्क) - यूपी के कई जिलों मे बीते कई दिनों से चलाए जा रहे जीएसटी चोरी के खिलाफ अभियान को फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है। व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। GST विभाग की टीम 71 जिलों में छापेमारी कर रही थीं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। बाजारों में जीएसटी टीम का विरोध बड़े पैमाने पर होने लगा था। वहीं लखनऊ व्यापार मंडल की बैठक में फैसला लिया गया था कि छापेमारी के खिलाफ पर्चे छापे जाएंगे। इसके अलावा उप्र आर्दश व्यापार मंडल ने भी जीएसटी छापे को गलत बताया।
इस छापेमारी से यूपी के सभी जिलों के व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ था, जिसके चलते अधिकतर बाजार बंद थे। जीएसटी टीम की छापेमारी से डरे व्यापारी अपनी दुकानों को बंद किए हैं।
बीते रविवार को 208 करोड़ रूपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई थी। वहीं जीएसटी चोरी के खिलाफ अभियान राज्यकर आयुक्त मिनिस्ती एस. के निर्देश पर चलाया जा रहा था। इस अभियान के छठवें दिन यूपी के 71 जिलों मे कई कारोबारियों के यहां छापेमारी की गई। इसके बाद कारोबारियों के लेन-देन की जांच की गई। 248 टीमों द्वारा एक साथ की गई कार्रवाई में बड़े पैमाने पर कर चोरी पकड़ी जा रही थी। वहीं इसके पहले रविवार को कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई। 180 से अधिक व्यापारियों के यहां छापा डाल कर जांच-पड़ताल की गई। टीम ने तमाम व्यापारियों से 1.37 करोड़ रुपये जुर्माना भी जमा कराया।
वहीं व्यापार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन ने दुकानदारों से अपील करते हुए कहा था कि वह अपनी दुकानों को खोलें, दुकान बंद करके भागे नहीं और डटकर मुकाबला करें. किसी भी व्यापारी के साथ गलत नहीं होने दिया जाएगा, जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है वो जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराएं एवं इनकम टैक्स भरें।