टीबी की आधुनिक जांच कराएंगे डाकिए ,पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत लखनऊ में टीबी मरीजों की आधुनिक जांच करवाने में मदद करेगा डाक विभाग



लखनऊ। 30 जून 2019-सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में रविवार को प्रधान डाकघर हजरतगंज में आरएनटीसीपी तथा डाक विभाग की संयुक्त कार्यशाला हुई। पोस्टमास्टर जनरल लखनऊ परिक्षेत्र राजकुमार महाराज तथा जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. बीके सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला में पोस्टमैन व आरएनटीसीपी स्टाफ का संवेदीकरण किया गया। केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से टीबी की आधुनिक जांच कराने के लिए सैंपल ट्रांसपोर्टेशन का कार्य पोस्टमैन द्वारा आधुनिक लैब तक ट्रांसपोर्ट कराया जाएगा।
डॉ. बीके सिंह ने समाज में फैली भ्रांतियों के प्रति डाक विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को जागरूक कराया कि टीबी का पूर्ण रूप से इलाज संभव है तथा जांच व उपचार समस्त सुविधाएं कार्यक्रम अंतर्गत निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं तथा उपचार ले रहे सरकारी तथा गैरसरकारी सभी क्षयरोगियों को केन्द्र सरकार की निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत ₹500 प्रतिमाह का भुगतान भी डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में किया जाता हैं।        

निदेशक डाक सेवा क्षेत्रीय कार्यालय कृष्ण कुमार यादव ने आश्वस्त किया कि डाक विभाग जांच कराने के साथ-साथ ऐसे क्षय रोगियो को जिनके पास आधार तथा बैंक खाते नहीं हैं, उनके आधार कार्ड बनवाने तथा बैंक खाते खुलवाने में भी  सक्रिय रूप से सहयोग प्रदान करेगा। एसएसपीओ लखनऊ डिविजन शशि कुमार उत्तम ने बताया कि लखनऊ को 2021 तक क्षयरोग मुक्त शहर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ डाकियों के माध्यम से सामाजिक कार्य दायित्वों का भी निर्वहन करते हुए क्षयरोगी के प्रति समाज मे जागरूकता फैलाने के सरकार के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्रिय सहयोग प्रदान करेगा।  वरिष्ठ क्षयरोग उपचार पर्यवेक्षक अभय चंद्र मित्रा व वरिष्ठ क्षयरोग प्रयोगशाला पर्यवेक्षक डीटीसी लोकेश कुमार वर्मा द्वारा सैंपल पैकेजिंग व ट्रांसपोर्टेशन से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला में आरएनटीसीपी के एसटीएलस, लैब टेक्नीशियन तथा डाक विभाग के डाकिए, पोस्टमास्टर स्टेशन अपर निदेशक डाक विभाग लखनऊ तथा सुधीर कुमार सिंह टीबीएचवी,  डीटीसी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया--सूत्र