लखनऊ, 27 सितम्बर-2019- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को पौष्टिक आहार और समुचित आराम के लिए तीन किश्तों में पाँच हजार रुपए प्रदान किए जाते हैं। जनवरी 2017 से लागू की गयी इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश की करीब 23 लाख महिलाओं को अब तक लाभान्वित किया जा चुका है। प्रदेश तय लक्ष्य से 88 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल कर इस समय देश के बड़े राज्यों की श्रेणी में सातवें स्थान पर है। हरसंभव कोशिश की जा रही है कि हम शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर ज्यादा से ज्यादा माताओं को इस योजना का लाभ पहुंचा सकें।
यह बात सिफ़्प्सा (स्टेट इनोवेशन्स इन फेमिली प्लानिंग सर्विसेज प्रोजेक्ट एजेंसी) की एडिशनल एक्जेक्यूटिव डाइरेक्टर श्रुति ने शुक्रवार को यहाँ एक स्थानीय होटल में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की रीज़नल रिव्यू मीटिंग और कार्यशाला के दौरान कही। उन्होने कहा कि मातृ एवं शिशु के बेहतर पोषण को ध्यान में रखते हुए इस योजना की शुरुआत की गयी थी, जिसके सुखद परिणाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होने कार्यशाला में भाग ले रहे योजना से जुड़े उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारियों से अपील की कि ज्यादा से ज्यादा माताओं को इसके तहत लाभान्वित करने की कोशिश करें। योजना को सही मायने में धरातल पर उतारने में सभी की एकजुटता बहुत ही जरूरी है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के डाइरेक्टर (भारत सरकार) नवेन्द्र सिंह ने योजना की अब तक उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने बताया- देश में अब तक करीब एक करोड़ माताओं को इस योजना से जोड़ा जा चुका है। इसके तहत मिलने वाली पाँच हजार रुपए की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जाती है। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए देश में बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में योजना के आईटी सेल के हेड श्री नरेन्द्र ने बताया – कुछ राज्य इस योजना के तहत लक्ष्य से आगे बढ़कर काम कर रहे हैं। उन्होने उदाहरण दिया कि मध्य प्रदेश की उपलब्धि सबसे अधिक है, उसने निर्धारित लक्ष्य से अधिक उपलब्धि हासिल कर देश में पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश भी बेहतर कर रहा है और 88 फीसद उपलब्धि हासिल कर देश में बड़े राज्यों की श्रेणी में सातवें स्थान पर पहुँच गया है।
इस अवसर पर भारत सरकार के प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के सलाहकार आलोक गुप्ता, उत्तर प्रदेश के नोडल अधिकारी राजेश बांगिया और उत्तराखंड की नोडल अधिकारी सुजाता ने भी कार्यशाला को संबोधित किया और योजना की उपलब्धियां गिनाईं। कार्यशाला के दौरान करीब 400 प्रतिभागी उपस्थित रहे। प्रतिभागियों के सवालों का जवाब भी केंद्र से आए अधिकारियों ने दिया। कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश के योजना के नोडल अधिकारी राजेश बांगिया ने किया।
क्या है प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना : इस योजना का लाभ पहली बार गर्भवती होने वाली महिला अर्थात पहले बच्चे के जन्म के दौरान दिया जाता है। इसके तहत गर्भवती होने के रजिस्ट्रेशन पर एक हजार रुपए, प्रसव पूर्व पहली जांच पर दो हजार रुपए और बच्चे के टीकाकरण और जन्म पंजीकरण के बाद दो हजार रुपए दिये जाते हैं। (सूत्र )