विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर ग्राम प्रधानों का संवेदीकरण



  • एक से 31 जुलाई तक चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान
  • विभागों के सहयोग से 12 से 25 जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान

लखनऊ, 23 जून 2021 - जनपद में एक से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया जायेगा | इसी क्रम में बुधवार को ग्राम प्रधानों का  ऑनलाइन संवेदीकरण कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग व  पंचायती  राज विभाग  द्वारा  यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन  (डब्ल्यू.एच.ओ.), फैमिली हेल्थ इण्डिया गोदरेज एम्बेड और  पाथ संस्था के सहयोग से आयोजित किया गया।  
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय भटनागर ने कहा- ग्रामीण क्षेत्रों में  संचारी रोगों व कोरोना से बचाव में  ग्राम प्रधानों की भूमिका अहम् है | कोरोना सहित डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से बचाव तथा इस रोग के लक्षणों के विषय में जनसामान्य तक जानकारी पहुँचाना उनसे अपेक्षित है |   प्रधानों  के सहयोग से हम कोरोना महामारी को हरा सकते हैं |

राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.के.पी.त्रिपाठी ने गाँवों  में नालियों की साफ-सफाई, जलभराव का समुचित निस्तारण, ग्रामवासियों के सहयोग से श्रमदान द्वारा झाडियों को कटवाना, ग्रामों में लार्वा  रोधी स्प्रे, मनरेगा फण्ड से फागिंग की मजदूरी का भुगतान के साथ ही  ग्रामीण क्षत्रों में आबादी के बीच वाले तालाबों में गम्बूजिया मछली आदि के माध्यम से अपषिष्ट एवं प्रदूषण मुक्त रखे जाने पर बल दिया।

जिला मलेरिया अधिकारी डी.एन.शुक्ला ने  बताया कि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया एवं दिमागी बुखार फैलाने  वाले मच्छरों को पनपने का मौका न मिल सके इस बात का विषेष ध्यान रखा जाए |   घर के अन्दर एवं बाहर कहीं भी जल भराव न होने दें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड तथा संचारी रोगो के विषय में निरंतर जागरूकता स्थापित करने एवं कोविड रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराने में सहयोग करने पर  जोर दिया |

फैमिली हेल्थ इण्डिया गोदरेज के समन्वयक धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने घर के भीतर एवं आस पास पानी न जमा होने देने की बात कही | उन्होंने घरों में  निष्प्रयोज्य पड़े हुए  टायर और खुले में रखे  बर्तन, गमलों के नीचे रखी ट्रे, फ्रिज के नीचे लगी रहने वाली ट्रे में जमा होने वाले पानी आदि की जांच कर नाली में बहा देने की बात कही | नियमित रूप से कूलर, पशु पक्षियों को पानी पिलाने के बर्तन एवं खुला जल भण्डारण आदि को नियमित रूप से बदले जाने हेतु प्रत्येक रविवार मच्छरों पर वार की अवधारणा पर चर्चा हुई । उन्होने कहा कि इस अभियान को अपने-अपने घरों से शुरू करने की आवश्यकता है।
इस  वेबिनार में मलेरिया विभाग से प्रशांत ,अंजनी नंदन, मयंक, यूनिसेफ से सुजीत कुमार,  डब्ल्यू0एच0ओ0 की सुरभि त्रिपाठी तथा पाथ के अनिल कुमार ने  प्रतिभाग किया |