जनपद हरदोई के ब्लॉक हरियावां में ब्लॉक की समस्त आशा बहू एवम आशा संगिनी का सामुदायिक स्तर पर टीकाकरण, कोविड उपयुक्त व्यवहार,तथा कार्यक्रम को प्रभावी बनाने हेतु भूमिका विषय पर बैचवार बुलाकर डी सी एम श्रीराम फाउंडेशन तथा पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सयुक्त प्रयास द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उक्त प्रशिक्षण के आयोजन का उद्देश्य टीकाकरण के दौरान समुदाय द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का समाधान करना एवं भ्रांतियों को दूर करना है, प्रशिक्षण में आशाओं द्वारा बताया गया की समुदाय में अक्सर कुछ भ्रांतियों के कारण उन्हें ज्यादा प्रयास करना पड़ता है जैसे की कुछ का मानना है कि महामारी समाप्त हो रही है और इसलिए टीकाकरण व्यर्थ है, दिहाड़ी मजदूर (विशेषकर पुरुष) टीकाकरण नहीं कराना चाहते क्योंकि उन्हें डर है कि वे बीमार हो जाएंगे, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित होगी,सरकार हमें टीका लगवाने के लिए आशा को बड़ी रकम दे रही है, स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिए जाने वाले टीके बेहतर गुणवत्ता वाले होते हैं, आम जनता को सिर्फ ग्लूकोज का पानी मिल रहा है,सरकार कोविड-19 टीकाकरण के माध्यम से जनसंख्या नियंत्रण करना चाहती है आदि अनेक प्रकार की बातें कार्य के दौरान लोग उनसे कहते है।
प्रशिक्षण के दौरान प्रमुख रूप से उनके समस्त भ्रांतियों एवं भय पर चर्चा करते हुए उनको दूर किया गया,उक्त अवसर पर अधिक्षक डॉक्टर अखिलेश बाजपेयी ने बताया कि लोगों के भ्रम को दूर करते हुए निरन्तर रूप से शासन की मंशा के अनुरूप कार्यक्रम के परिणाम हेतु हरियावां के समस्त स्वास्थ्य कर्मचारी एवम फ्रंटलाइन वर्कर कार्य कर रहे है।आशा से बात करते हुए कहा कि किसी को भी समझाया जा सकता है,यदि हम उसकी उपयोगिता को पूर्ण रूप से समझ जाएं, आशा भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय स्तर पर पहुँचाने वाली मुख्य कड़ी है, और टीकाकरण कार्यक्रम में भी समुदाय को लाभान्वित करने में इनका विशेष योगदान है।
कार्यक्रम अधिकारी पॉपुलेशन फाउंडेशन ने विशेष रूप से टीकाकरण के महत्व को बताया और कोविड में युद्ध का एक मात्र हथियार बताया।प्रशिक्षण का प्रारंभ बलबीर एवं अभिषेक द्वारा करते हुए बताया गया कि टीकाकरण के बाद भी कोविड उपयुक्त व्यवहार को अपनाना है, और बचाव के समस्त नियमों का पालन करना होगा।
इस अवसर पर आशा संगिनी वन्दना सिंह ने कहा की प्रशिक्षण के कारण हम और हमारी आशा बहनों की समुदाय की भ्रांतियों को दूर करने में पहले से ज्यादा क्षमता बढी है, निश्चित ही अब टीकाकरण के दौरान आ रही रुकावट को हम दूर कर सकेंगे और इस टीकाकरण के महाअभियान को गति देते हुए सफल बना पाएंगे।