तालाबों में छोड़ी गईं गंबूसिया मछली



लखनऊ - काकोरी में शुक्रवार को विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान तथा दस्तक अभियान के तहत ग्राम थावर के प्रधान प्रतिनिधि अतुल कुमार सिंह और अमेठिया सलेमपुर में ग्राम प्रधान ममता द्वारा तालाबों में गम्बूसिया मछली द्वारा डाली गयीं |

इस मौके पर ग्राम प्रधानों ने कहा- मच्छरों से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि मच्छरजनित परिस्थितियां ही न उत्पन्न होने दें । घर व आस-पास सफाई रखें । तालाबों में भी मछलियां इसलिए  डाली गयी हैं ताकि वह मच्छरों के लार्वा को पानी में ही खा डालें । मच्छरों का जीवन चक्र 20 से 25 दिनों का होता है, जिसमें 9-10 दिनों तक रूके हुए पानी के अन्दर रहता है, फिर उसके बाद ये मच्छर बड़े  होकर हवा में उड़ जाते है ।

मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं इसलिए हम इन ठहरे हुए पानी को खत्म कर दें तो मच्छर के के पैदा होने वाले स्रोत को नष्ट कर सकते है। इस काम में गम्बूसिया मछली हमारी बडी सहयोगी है यह मछली पानी में ही मच्छरों के लार्वा को बड़े चाव से खा जाती हैं जिससे मच्छरों को व्यस्क  होने से पूर्व पानी में ही नष्ट किया जा सकता है।

इस मौके पर काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा0 दिलीप कुमार भार्गव ने कहा- जनपद में विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान एक से 31 जुलाई तक तथा दस्तक अभियान 12 से 25 जुलाई तक मनाया जा रहा है | इसके तहत जिले भर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं । इसी क्रम में  सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र(सीएचसी) काकोरी के विभिन्न ग्राम पंचायतों मे आशा एवं आशा संगीनियों द्वारा संचारी रोग से सम्बन्धित जागरुकता हेतु दीवार लेखन का कार्य किया जा रहा है साथ ही ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों के द्वारा तालाबों मे गंबूसिया मछली भी डाली गयी जा रही हैं ।