लखनऊ - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज का नामकरण भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर करने का निर्णय लिया। यह निर्णय करके उत्तर प्रदेश सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस निर्णय का अंतर्राष्ट्रीय कायस्थ संघ ने एक बैठक कर मुख्मयंत्री का आभार जताया और कहा कि लंबे अरसे से प्रथम राष्ट्रपति के नाम पर इस विवि को करने की मांग की जा रही थी। मुख्यमंत्री ने इसे अमली जामा पहनाकर कायस्थ समाज को गौरवान्वित करने का काम किया है। बैठक की अध्यक्षता न्यास के संयोजक डा. सुशील सिन्हा ने की। न्यास के अध्यक्ष दिनेश खरे ने बताया कि प्रयागराज के उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज का नामकरण भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर करने से उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय विश्व स्तरीय विधि शिक्षा का केंद्र बनेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की मौजूदगी में 297 करोड़ की लागत से प्रयागराज में बनाए जाने वाले इस राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की आधारशिला रखे जाने से कायस्थ समाज बेहद खुश है।
दिनेश खरे ने कहा कि विधि विश्वविद्यालय का नाम देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर रखने का निर्णय बहुत दूरगामी परिणाम देगा। डा. प्रसाद का संगमनगरी से आत्मीय नाता था। अपने जीवनकाल में वह हर कुंभ में आए। मुख्यमंत्री के इस कदम से अकेले प्रयागराज ही नहीं पूरा देश का कायस्थ समाज में हर्ष की लहर है । न्यास के उपाध्यक्ष संजय अस्थाना ने बताया कि बैठक में प्रस्ताव पास कर मुख्यमंत्री व राष्ट्रपति को संयुक्त रूप से न्यास की ओर से बधाई देते हुए आभार जताया गया है। उक्त जानकारी न्यास के राष्ट्रीय मीडिय प्रभारी राजेश श्रीवास्तव ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।