- वित्तीय वर्ष 2022-23 में गर्भवतियों का बढ़ा पंजीकरण
लखनऊ - नियमित रूप से ओपीडी में आने वाले हर एक मरीज का स्वास्थ्य परीक्षण करना और उन्हें दवाएं उपलब्ध कराना साथ ही प्रतिदिन 30 से 40 के करीब मरीजों को कन्सेल्टेन्सी के माध्यम से इलाज और सलाह देना। यह कोई आम बात नहीं है, लेकिन शहरी क्षेत्र के छितवापुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की प्रभारी डॉ. गीतांजली सिंह बिना किसी तनाव के हंसी-खुशी नियमित रूप से ऐसा कर रही हैं। मरीजों के प्रति उनका समर्पण और अपनी ड्यूटी के प्रति उनकी ईमानदारी से इस सेंटर पर मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है।
डाॅ. गीतांजलि ने जून 2022 में इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का कार्यभार संभाला था। यह केंद्र करीब 50,000 की आबादी को आच्छादित करता है। वह सुबह आठ बजे केंद्र पर आ जाती हैं और शाम को चार बजे तक मरीजों की सेवा करती हैं। उनका कहना है कि जब स्वयं वह स्वास्थ्य केंद्र पर बैठेंगी तभी अन्य कर्मचारी भी बैठेंगे। सेंटर पर समय देने से लोगों का आपके प्रति विश्वास बढ़ता है और बदलाव भी नजर आता है। इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर एएनसी प्रोफ़ाइल, कोविड की जांच, विडाल, मलेरिया सहित 15 प्रकार की जांचों की सुविधा उपलब्ध है। सेंटर पर दी जाने वाली सभी सुविधाओं का विवरण दीवार पर चस्पा किया गया है, जिससे किसी को कोई समस्या का सामना न करना पड़े। यहां पर सितंबर 2022 में हेल्थ एटीएम की भी शुरुआत हुई है। इस सेंटर की सुविधाओं का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश की राज्यपाल, नीति आयोग की टीम और मिलिंडा गेट्स ने यहां का भ्रमण कर इस केंद्र पर मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की सराहना की है। इसके साथ ही कायाकल्प के तहत इसका निरीक्षण भी किया गया है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत फार्मासिस्ट सतीश बताते हैं कि स्वास्थ्य केंद्र का प्रभारी बनने के बाद सबसे पहले डॉ. गीतांजलि ने आशा और एएनएम के साथ स्वयं भी समुदाय में जाकर सभी को स्वास्थ्य केंद्र पर दी जाने वाली सेवाओं की जानकारी दी। तभी से डा. गीतांजलि आशा, एएनएम और पूरे स्टाफ के साथ नियमित बैठकें करती हैं। क्षेत्र के निवासी 65 वर्षीय विपिन चंद्र लाल बताते हैं कि इस केंद्र पर मरीजों का अच्छे तरीके से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है, और दवाएं दी जाती हैं। जिसके चलते इस केंद्र पर मरीजों की भीड़ संख्या बढ़ी है। डाॅ. गीतांजली कहती हैं कि वरिष्ठ लोगों और टीम के भ्रमण से मुझे और बेहतर करने की प्रेरणा मिल रही है। मुझे तब गर्व महसूस होता है जब मेरे समकक्ष चिकित्साधिकारियों के सामने मेरे काम को सम्मानित किया जाता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी और मेरे वरिष्ठों का बहुत सहयोग है।
आंकड़े बयां कर रहें सफलता की कहानी : बात अगर आंकड़ों की करें तो वर्ष 2021-22 में इस सेंटर पर कुल 2,452 मरीजों ने स्वास्थ्य सेवाएं लीं, जबकि वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा बढ़कर 19,409 पहुंच गया। इसी तरह वर्ष 2021-22 में इस सेंटर पर कुल 148 गर्भवती ने अपना पंजीकरण कराया, लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होने के बाद वर्ष 2022-23 यहां पर कुल 639 गर्भवती ने अपना पंजीकरण कराया। इसके अलावा नियमित टीकाकरण की बात करें तो वर्ष 2022-23 में कुल 783 बच्चों का नियमित टीकाकरण हुआ है जबकि साल 2021-22 में यह आंकड़ा 522 ही था।