- कुल 112 महिलाओं की हुई सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग
लखनऊ - स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान तथा स्वयंसेवी संस्था प्रोगेसिव फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे एंजिया (NJIA) लीडरशिप कार्यक्रम के सहयोग से शनिवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(यूपीएचसी) छितवापुर में सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग शिविर आयोजित हुआ ।
इस मौके पर पीएचसी प्रभारी डा. गीतांजली सिंह ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला एक प्रकार का कैंसर है | जिसे बच्चेदानी के मुंह का कैंसर भी कहते हैं | अगर समय से इसका पता चल जाए तो इससे पूरी तरह से बचाव हो सकता है | यह बीमारी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस(एचपीवी) के कारण होती है ।
डा. गीतांजली ने बताया कि 30 से 60 साल कि आयुवर्ग के लोगों को इसकी जांच जरूर करानी चाहिए | इसके साथ ही नौ से 14 वर्ष की आयु वर्ग की किशोरियों को इससे बचाव के लिए एचपीवी के दो टीके छह-छह माह के अंतराल पर जरूर लगवाना चाहिए। टीकाकरण के माध्यम से इस बीमारी का बचाव पूर्णतया संभव है।
इसके लक्षण हैं संभोग के दौरान रक्तस्राव, दो माहवारियों के बीच में अचानक रक्तस्राव होना या राजोनिवृत्ति के बाद रक्त स्राव होना। यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें तो शीघ्र ही चिकित्सक से इलाज कराएं । पीएचसी प्रभारी ने बताया कि हर शुक्रवार को आयोजित होने वाले अंतराल दिवस के मौके पर सर्वाइकल कैंसर की जांच पीएचसी पर की जाएगी | इसलिए ज्यादा से ज्यादा महिलायें स्वास्थ्य केंद्र पर आकर जांच कराएं ।
प्रोग्रेसिव फाउंडेशन की प्रोग्राम मैनेजर, प्रिंसी प्रजापति ने बताया कि एंजिया (NJIA) कार्यक्रम को यूनाइटेड किंगडम की संस्था पीपल फाउंडेशन के द्वारा डिजाइन किया गया है जो रोश फर्मास्यूटिकल द्वारा वित्त पोषित है और यह कार्यक्रम भारत के अलावा अफ्रीकी देश तंजानिया और यूगांडा में भी चलाया जा रहा है। पॉपुलेशन सर्विसेस इंटेरनेशनल (पीएसआई)- इंडिया और जपाइगो भी इस कार्यक्रम में भागीदार हैं । पीएसआई इंडिया के केवल सिंह सिसोदिया ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं को होने वाला गंभीर कैंसर है। । इसके लिए लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है । उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं ने शिविर का लाभ उठाया है वह अपने घर के आस पास की महिलाओं को भी इसके बारे में बतायें और उन्हें इसकी जांच के लिए प्रेरित करें ।
इस अवसर पर लाभार्थी राजिया ने बताया कि जब मुझे आशा दीदी के जरिये पता चला कि अस्पताल ( यूपीएचसी छितवापुर )में बच्चेदानी के मुँह का कैंसर की जांच की जा रही है तो मैनें पहले तो जांच करवाने से मना कर दिया लेकिन जब डॉ गीतांजली ने इसके बारे में मुझे अच्छे से समझाया कि जांच में दो मिनट से ज्यादा का समय नहीं लगेगा और न किसी भी प्रकार की दिक्कत होगी । उन्होंने मुझे अन्य औरतों से मेरी बात कराई जिन्होंने मुझसे पहले जांच कराई थी | सभी जांच से संतुष्ट थीं तो फिर मैनें भी जांच करा ली । मैं उन सभी लोगों से, जिनकी उम्र 30 वर्ष से अधिक है उनसे यह कहना चाहूँगी कि वह अपनी बच्चेदानी के मुंह के कैंसर की जांच अवश्य कराएं ।
स्वास्थ्य शिविर में कुल 112 महिलाओं की जांच हुई जिसमें से एक महिलाओं में एचपीवी वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई जिन्हें अवंती बाई जिला महिला अस्पताल स्थित संपूर्णा क्लिनिक में आगे के इलाज के लिए संदर्भित किया गया। इस मौके पर चिकित्सा अधिकारी डा.विनिता श्रीवास्तव, डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव, पीएचसी का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।